दुनिया के 22 ऐसे देश हैं जिनमे
शासन की बागडोर इन दिनों महिलाओं के हाथ में है। यह ऐतिहासिक तौर पर एक रिकॉर्ड
है। ताजा घटनाक्रम में आस्ट्रिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति की कमान शुक्रवार 8
जुलाई को डोरिस बुरेस ने संभाली है। दो महीने पहले ही एशियाई देश ताइवान ने साई
इंग वन को अपनी पहली महिला राष्ट्रपति के तौर पर चुना था।
ब्रिटेन में होगी महिला पीएम
ब्रेग्जिट मामले में हार के बाद
इस्तीफे की घोषणा करने वाले ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन के उत्तराधिकारी की दौड़ में
गृह मंत्री थेरेसा मे और ऊर्जा मंत्री आंद्रेया लेडसम को अंतिम उम्मीदवारों के तौर
पर चुना गया। इसके बाद ब्रिटिश और विश्व मीडिया में इस तरह के कयास लगाए जा रहे
हैं कि थैचर के बाद जल्द ही ब्रिटेन को दूसरी महिला प्रधानमंत्री मिलेगी।
हिलेरी का होगा अमेरिका
इस साल हो रहे अमेरिकी चुनाव में
अगर डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को जीत मिलती है तो दुनिया के सबसे ताकतवर
देश की कमान भी एक महिला के हाथ में होगी।
मर्केल सबसे शक्तिशाली महिला
जर्मनी की चांसलर एजेंला मर्केल
के हाथ में पिछले 11 साल से देश की कमान है। फोर्ब्स पत्रिका पिछले छह सालों से
लगातार उन्हें दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिला घोषित कर रही है।
2016 के अप्रैल में भारी जीत के
बाद आंग सान सूकी म्यांमार की स्टेट काउंसेल के पद पर हैं।
2005 से एंजेला मर्केल जर्मनी
की चांसलर हैं।
2011 से डेलिमा रुसेफ ब्राजील
की राष्ट्रपति हैं।
2009 ने शेख हसीना वाजेद
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हैं।
2015 से विद्या देवी भंडारी
नेपाल की राष्ट्रपति हैं।
2015 से अमीना गुरीब फाकिम
मॉरीशस की राष्ट्रपति हैं।
2011 में यिंग्लुक शिनावात्रा
थाइलैंड की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं
पहली बार
1960 में श्रीलंका में पति की
हत्या के बाद श्रीमावो भंडारनायके दुनिया की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं
1986 में मारिया कोराजोन अकीनो
पहली बार फिलिपींस की महिला राष्ट्रपति बनकर चर्चा में आई।
1966 में इंदिरा गांधी भारत की
पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं, अपने तकरीबन दो दशक के कार्यकाल में देश की दशा
दिशा तय करने में बड़ी भूमिका निभाई
1988 में जुल्फीकार अली भुट्टो
की बेटी बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं
1236 में दिल्ली की गद्दी
संभालने वाली रजिया सुल्तान को भारत की पहली महिला शासक माना जाता है।