Monday, 6 January 2020

प्रेम नाम है मेरा - प्रेम चोपड़ा


प्रेम नाम है मेरा - प्रेम चोपड़ा, वैसे तो ये बड़ा चर्चित डॉयलाग है। पर हिंदी फिल्मों के मशहूर खलनायक प्रेम चोपड़ा की संस्मरणात्मक आत्मकथा की पुस्तक इसी नाम से हिंदी में प्रकाशित हुई है। प्रेम चोपड़ा अब 84 साल के हो चुके हैं। हिंदी से लेकर हॉलीवुड तक 400 फिल्मों में अभिनय करने वाले प्रेम चोपड़ा पर प्रकाशित ये पुस्तक हिंदी में यश पब्लिकेशन ने प्रकाशित की है। इसी पुस्तक के विमोचन के लिए प्रेम चोपड़ा 5 जनवरी 2020 को दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे विश्व पुस्तक मेले में पधारे। उन्हे देखते ही कार्यक्रम में हर उम्र के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। 
प्रेम चोपड़ा ने भी किसी को निराश नहीं किया। लोगों के सवालों के खूब जवाब दिए। अपने जीवन से जुड़े कई किस्से सुनाए। अपने लोकप्रिय संवाद सुनाए। - दुनिया जानती है मैं कितना शरीफ आदमी हूं। 

प्रेम चोपड़ा पर ये पुस्तक उनकी बेटी रितिका नंदा ने लिखी है। रितिका जाने माने उपन्यासकार गुलशन नंदा की बहू हैं। पुस्तक प्रेम चोपड़ा की फिल्म इंडस्ट्री में संघर्ष की गाथा बड़े रोचक अंदाज में बयां करती है। हालांकि प्रेम चोपड़ा हिंदी फिल्म जगत में राजकपूर और प्रेम नाथ जैसे नामचीन लोगों के रिश्तेदार थे। पर उन्हें फिल्मों में जगह बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। पुस्तक उनके संघर्ष पर भी प्रकाश डालती है।

प्रेम चोपड़ा की पहचान हिंदी फिल्मों के बड़े खतरनाक विलेन के तौर पर है। जिसके पर्दे पर आते ही लोगों को साजिश की बू आने लगती है। लोग उनसे परदे पर देखते ही नफरत का भाव मन में ले आते हैं। पर प्रेम चोपड़ा निजी जिंदगी में उस रजत पट की छवि से काफी अलग हैं।  
पुस्तक मेले में प्रेम चोपड़ा के साथ बैठे थे मशहूर पत्रकार राजीव शुक्ला, जिन्होंने प्रेम चोपड़ा के व्यक्तित्व से जुड़े कई अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला। हिंदी सिनेमा में रुचि रखने वालों के लिए संग्रहणीय और पठनीय पुस्तक है - प्रेम नाम है मेरा। आप इसे प्राप्त कर सकते हैं यश पब्लिकेशंस से। 
प्रकाशक का फेसबुक पेज देखें - - https://www.facebook.com/yashprakashan/

- विद्युत प्रकाश मौर्य - vidyutp@gmail.com   


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