Tuesday 26 May 2015

काश मेरा भी खाता स्विस बैंक में होता ( व्यंग्य)

क्या आपका स्विस बैंक में खाता है। अगर खाता ही नहीं है तो आप इस देश के सम्मानित नागरिक कैसे हो सकते हैं। इधर स्विस बैंक ने लगातार उन लोगों के नामों का खुलासा शुरू कर दिया है जिन्होंने अपना अतिरिक्त धन ( मैं काला नहीं कहूंगा) ले जाकर उनके पास जमा कराया था। मैं सोच रहा हूं काश इसमें मेरा भी नाम होता। जब सारे लोग जाकर वहां खाता खोल रहे थे मैं नहीं जा पाया था। वरना आज मेरा नाम भी मीडिया में उछल रहा होता। पर अब पछताए क्या होत जब चिड़िया जुग गई खेत। कभी किसी साहनी, किसी गुप्ता, किसी चड्ढा किसी बिरला किसी कोचर, किसी शर्मा किसी मसूद का नाम आ रहा है तो मुझे रस्क होता है कि इन लोगों की सूची में मेरा नाम क्यों नहीं। मैं इंतजार कर रहा हूं कि स्विस बैंक खाताधारियों की सूची में किसी मौर्य का भी नाम आ जाए तो मैं कह दूंगा कि वह मेरा रिश्तेदार है। मैं न सही तो रिश्तेदार ही सही। मेरा थोड़ा सा मान तो बढ़ेगा ही ना।


मेरे बेटे ने पूछा कि पापा स्विस बैंक में खाता क्यों खोलने गए ये लोग। अपने देश में भी तो बहुत से बैंक हैं। मैंने समझाया उनके पास इतना ज्यादा पैसा हो गया था कि हमारे देश के बैंकों ने रखने से इनकार कर दिया। अब हमारी गगरी तो इतनी कभी भरी ही नहीं कि देश के बैंक पैसा जमा करने से इनकार कर दें। दुनिया का स्वर्ग है स्विटजरलैंड। तो वहां के बैंक भी जरूर शानदार होंगे। तो वहां खाता खोलना और पैसा जमा कराना तो निश्चय ही गर्व की बात होगी।

आज उन उद्योगपतियों के बच्चे ये कह कर अपने दोस्तों के बीच गर्व करते होंगे कि मेरे दादा जी का फलां स्विस बैंक में खाता निकला। क्या तुम्हारे पुरखों ने क्या वहां खाता खोला था कभी। जिन लोगों के स्विस बैंक में खाते का खुलासा हो रहा है वे लोग अचानक खास हो गए हैं। उनके घर रिश्ता करने वाले लड़के वालों की लाइन लगने लगी है। भला दहेज में बोरी भर भर कर नोट मिलने की संभावना है। बहू आएगी उसका भी हो सकता है स्विस बैंक में खाता हो। सोचिए समाज में उनका कितना सम्मान बढ़ गया है। स्विस बैंकों में जिसका खाता जितना पुराना हो वह उतना ही सम्मानित व्यक्ति है। मेरे दादाजी तो किसान थे उनका बैंक खाता खुला ही नहीं था। उस समय ये प्रधानमंत्री जनधन योजना भी नहीं थी खाता खुलवाते भी तो कैसे। मैं शर्म के मारे छोटा हुआ जा रहा हूं कि मेरे परिवार या दूर-दूर तक रिश्तोंदारों में किसी ने स्विस बैंक में खाता नहीं खुलवाया।

-         विद्युत प्रकाश मौर्य

Tuesday 19 May 2015

आठ लाख की घड़ी 40 हजार का जूता

दस लाख के कोट के बाद अब आग गई है आठ लाख की घड़ी और 40 हजार का जूता। मोदी सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री हैं चौधरी वीरेंद्र सिंह। उन्होंने यूपी के अमरोहा में अपनी अमीरी का बखान सरेआम मंच से किया। और बताया कि वे इतनी मंहगी घड़ी और जूते पहनते हैं। मंत्री जी उस विभाग के हैं जो देश के किसानों से जुडा है। उनके पास जिम्मेवारी देश में हर रोज आत्महत्या कर रहे किसानों के जख्मों पर मरहम लगाने की है। वैसे भी मोदी जी ने वादा किया था मेरी सरकार आएगी तो कोई किसान आत्महत्या नहीं करेगा। पर ये मंत्री जी तो किसानों के बीच जाकर मंच से अपनी अमीरी का बखान कर रहे हैं। आठ लाख की घड़ी। कितने होते हैं आठ लाख। एक गरीब किसान का परिवार इस आठ लाख से आठ से दस साल तक अपने परिवार का पेट भर सकता है मंत्री जी।

आज बापू की आत्मा रो रही होगी। आजाद भारत में 70 साल बाद मंत्री आठ लाख की घड़ी पहनते हैं। बापू तो अपनी धोती फट जाने पर गमछा बनाते थे फिर गमछे के फटने पर रुमाल। मंत्री जी का मंत्रालय उसी महात्मा गांधी के नाम पर किसानों को राहत देने वाला मनरेगा कार्यक्रम चलाता है। सवाल है कि क्या इस देश में इतना शाहखर्च मंत्री होना चाहिए तो आठ लाख की घड़ी और 40 हजार के जूते पहने और सार्वजनिक तौर इसका दिखावा भी करे।

एक पुरानी कहावत है कि जब रोम जल रहा था तो नीरो बंसरी बजा रहा था। क्या हम इतने संवेदनहीन हो गए हैं कि किसान आत्महत्या कर रहे हैं और हम उन्हें अपनी कलाई पर बंधी 8 लाख की घड़ी दिखा रहे हैं। ये हमारी गरीबी का विद्रूप मजाक है मंत्री जी।  किसी शायर ने कहा है-
तुम शौक से मनाओ जश्ने बहार यारों ...इस रोशनी में लेकिन कुछ घर जल रहे हैं...
चौधरी साहब आप भी अपनी घड़ी और जूते नीलाम कर दीजिए...इससे सैकड़ो किसानों के घरों में महीनों चूल्हा जल सकता है...



Sunday 10 May 2015

दोगुना हो जायेगा परमाणु बिजली उत्‍पादन

देश में परमाणु से बिजली का उत्पादन बढ़ाने की सरकार की कोशिश है। इस क्रम में यूरेनियम की विदेशों से खरीद के सौदों को अंजाम दिया जा रहा है। हालांकि रेडियोधर्मिता के खतरों को देखते हुए दुनिया के कई देश अब परमाणु बिजली से मुंह मोडने लगे हैं। 


10,080 मेगावाट परमाणु बिजली पैदा करने वाला देश बन जाएगा भारत 2019 तक।
60,000 मेगावाट तक परमाणु बिजली उत्पादन का लक्ष्य है न्युक्लियर पावर कारपोरेशन ऑफ इंडिया का साल 2030 तक।
5780 मेगावाट क्षमता है फिलहाल देश में परमाणु बिजली उत्पादन की।
03 फीसदी योगदान है कुल बिजली उत्पादन में परमाणु बिजली का।
13वें नंबर पर है भारत परमाणु बिजली पैदा करने वाले देशों में।
7वें स्थान पर है भारत परमाणु रियेक्टरों की संख्या के मामले में


3400 मेगावाट की दो नई परमाणु बिजली परियोजनाओं को दी जानी है मंजूरी।


परमाणु बिजली के लिए यूरेनियम बड़ी जरूरत
2840 मेगा वाट बिजली का उत्पादन स्वदेशी यूरेनियम से होता है भारत में
5940 टन प्राकृतिक यूरेनियम चाहिए भारत को अगले पांच सालों में परमाणु बिजली के लिए।
2014  के सितंबर में हुए करार के बाद आस्ट्रेलिया भारत को परमाणु बिजली के लिए यूरेनियम देने को राजी हुआ।
3000 टन यूरेनियम की आपूर्ति कनाडा करेगा भारत को अगले पांच सालों में, जिसकी कीमत 25.4 करोड़ डालर होगी।
उजबेकिस्तान, नाइजरिया, नामिबिया जैसे देशों से भी हो रही है यूरेनियम आयात के लिए बातचीत ।

भारत में यूरेनियम
आंध्र प्रदेश के वाईएसआर जिले के अलावा झारखंड के जादूगोडा में यूरेनियम की खान है। परमाणु बिजली घरों के लिए हमारे पास यूरेनियम काफी कम है।

परमाणु बिजली
परमाणु रियेक्टर से यूरेनियम हीट एनर्जी स्टीम जेनरेटरों को देता है ये स्टीम जेनरेटर से पैदा स्टीम शेल के माध्यम से टरबाइन जेनरेटर को देते हैं जिससे बिजली बनाई जाती है।

भारत में परमाणु बिजली घर
तारापुर –( बोइसर, महाराष्ट्र) – 4 इकाइयों में उत्पादन।
राजस्थान - रावतभाटा (कोटा) 06 इकाइयों से हो रहा है उत्पादन। 1400 मेगावाट के दो निर्माण प्रक्रिया में।

मद्रास - कलपक्कम ( तमिलनाडु)- दो यूनिटें चालू।
कुडनकुलम ( तमिलनाडु) 1000 मेगावाट की 1 यूनिट चालू। 1 और यूनिट निर्माण की प्रक्रिया में।
कैगा- ( कर्नाटक) – 220 मेगावाट की 4 यूनिटें चालू।  
नरोरा – ( बुलंदशहर, यूपी) 220 मेगावाट की 2 यूनिटें चालू।
ककरापार ( सूरत, गुजरात) 220 मेगावाट की 2 यूनिटें चालू। 1400 मेगावाट के 2 निर्माण प्रक्रिया में।  

प्रस्तावित –
जैतापुर –( रत्नागिरी, महाराष्ट्र) 9990 मेगावाट की महत्वाकांक्षी परियोजना। फ्रांसिसी कंपनी अरेवा के सहयोग से होना है निर्माण।
चुटका ( मंडला, मध्य प्रदेश) 1400 मेगावाट के 2 संयत्र प्रस्तावित।  

परमाणु से बिजली
31 देश बनाते हैं परमाणु से बिजली दुनिया में। जापान, फ्रांस, जर्मनी, रूस, अमेरिका, इंग्लैंड, स्वीडन, मैक्सिको जैसे देश बनाते हैं परमाणु बिजली। फ्रांस 78.5 फीसदी बिजली का उत्पादन परमाणु ऊर्जा से करता है।
15 फीसदी योगदान है दुनिया के कुल उत्पादन में परमाणु बिजली का
197 रियेक्टर लगे हैं यूरोपीय देशों में
35 फीसदी हिस्सेदारी है यूरोपीय देशों में परमाणु बिजली की कुल उत्पादन में।
30 फीसदी उत्पादन करता है जापान परमाणु रियेक्टरों से
104 परमाणु बिजली घर हैं अमेरिका में, 20 फीसदी उत्पादन।


परमाणु बिजली घर के खतरे
रेडियोधर्मी कचरे से निपटारे का कोई सुरक्षित तरीका नहीं है। प्रदूषणयुक्त पानी जलाशय में वापस छोड़ा जाने से जलाशय की मछलियां मरती हैं। प्रदूषित मछलियों को खाने और इस पानी को पीने से मनुष्य, पशु व फसलें विकिरण से प्रभावित होते हैं। इससे कैंसर, विकलांगता जैसी बीमारियां होने की आशंका रहती है।
अमेरिका, जापान जर्मनी ने लगाई नए प्लांट पर रोक
2014 के जनवरी में जापान के प्रधानमंत्री ने साफ कह दिया कि वह अब नए परमाणु बिजली घर नहीं बनाएगा। 2011 में फुकिशिमा-1 की दुर्घटना के बाद जापान ने परमाणु बिजली घर बनाने बंद कर दिए थे। अमेरिका और जर्मनी भी नए बिजली घरों का निर्माण बंद कर चुके हैं।
1986 में चेर्नोबिल परमाणु बिजली घर में दुर्घटना (यूक्रेन, रूस ) अभी तक दुनिया के सबसे भयंकर औद्योगिक दुर्घटना रही है। 
अक्षय ऊर्जा है विकल्प
सुरक्षित बिजली उत्पादन के लिए अक्षय ऊर्जा के तौर पर सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा, बायोमास, हाइड्रोइलेक्ट्रिक आदि विकल्प हो सकते हैं। ये प्रदूषण रहित, कार्बन रहित है। 18 फीसदी योगदान है अक्षय ऊर्जा का दुनिया के कुल ऊर्जा उत्पादन में।


Friday 8 May 2015

आखिर कहां है भारत का मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम

मुंबई बम धमाकों के सिलसिले में भारतीय सुरक्षा एजेंसियां दाऊद इब्राहिम को लंबे समय से ढूंढ रही हैं। उसके ख़िलाफ़ रेड-कॉर्नर नोटिस भी जारी किया जा चुका है। दाऊद इब्राहिम के पाकिस्तान में होने की ख़बरें आती रही हैं लेकिन पाकिस्तान इससे इनकार करता रहा है। कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ाने में भी दाऊद की सक्रियता मानी जाती है। शुरुआत में दाऊद सोने की तस्करी करता था लेकिन बाद में ड्रग्स, अपहरण, फिरौती और हवाला के कारोबार में भी वो उतर गया। हैरानी की बात ये है कि 56 साल के दाऊद को पिछले 24 साल में कहीं सार्वजनिक तौर पर देखा नहीं गया है न ही उसकी कोई ताजी तस्वीर सामने आई है।

कहां है दाऊद
2006  - अप्रैल में इंटरपोल ने दाऊद की तलाश के लिए सभी संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों को रेड कार्नर नोटिस जारी किया। इसमें दाऊद के पास 11 पासपोर्ट और 16 नाम होने की जानकारी दी गई। 
2008 में 26 नवंबर को मुंबई पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को 20 मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची सौंपी उसमें दाऊद का भी नाम था।
06 नवंबर 2012 – रोम में इंटरपोल की बैठक में तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, दाऊद को पाकिस्तान ने शरण दे रखी है।
10 जनवरी 2014 - तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, सूचना के अनुसार दाऊद पाकिस्तान में है, उन्होंने दाऊद को भारत लाने की कोशिश में अमेरिका से मदद मांगने की बात भी कबूली।
11 जनवरी 2014 – पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने जोर देकर कहा है कि उनके देश में नहीं है दाऊद।
2014 के अप्रैल में नरेंद्र मोदी ने गुजराती चैनल संदेश को एक इंटरव्यू में कहा, क्या दाऊद को भारत लाने से पहले अखबार में खबर देनी होगी।
2014 मई में खबर आई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से घबराकर दाऊद ने अपना ठिकाना बदल लिया है। अब वह कराची की जगह पाकिस्तान अफगानिस्तान सीमा पर कहीं चला गया है।
30 सितंबर 2014 – मोदी ओबामा के बीच वार्ता में दाऊद को पकड़ने में अमेरिका ने सहयोग का किया वादा
27 दिसंबर 2014 -  गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने नई दिल्ली में कहा था कि भारत ने पाकिस्तान से दाऊद को सौंपने को कहा है क्योंकि उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत है।
2015 : मई में दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त नीरज कुमार ने एक साक्षात्कार में कहा, दाऊद ने कभी आत्मसमर्पण के लिए संपर्क किया था।

कराची में रहता है दाऊद
इंटरपोल के मुताबिक दाऊद कराची में रहता है। इंटरपोल ने अपने नोटिस में उसकेकराची के दो संभावित पते भी दिए गए थे। भारत सरकार भी बार-बार कहती रही है कि दाऊद लंबे समय से पाकिस्तान में ही है। कहा जाता है कि दाऊद को लाहौर में कई सुविधाएं प्राप्त हैं यही नहीं वह अक्सर कराची और लाहौर के बीच आता जाता रहता है।


दाऊद इब्राहिम का सफर
27 दिसंबर 1955 को महाराष्‍ट्र में रत्नागिरी जिले के मुमका में एक पुलिस कांस्टेबल के घर दाऊद इब्राहिम कासकर का जन्म हुआ। 
1984 में दाऊद अंडरवर्ल्ड में आया। इससे पहले वो डोंगरी इलाके में चोरी, डकैती, लूटपाट आदि करता था। बाद में वह तस्कर हाजी मस्तान के गैंग में शामिल हो गया।
1985 में दाऊद ने डोंगरी पुलिस के इशारे पर पठान को मारा
1993 के मुंबई बम धमाकों के सिलसिले में भारत की सुरक्षा एजेंसियों को दाऊद की है तलाश
01 नंबर पर भारत के मोस्ट वांटेट आतंकवादियों की सूची में
03 नंबर पर विश्व के सबसे खूंखार आतंकवादियों की सूची में। 
बॉलीवुड और दाऊद
कई बॉलीवुड कलाकारों से दाऊद के अच्छे रिश्ते हैं। कहा जाता है कि राम तेरी गंगा मैली की अभिनेत्री मंदाकिनी कई साल तक दाऊद के साथ रही। एक और अभिनेत्री इलियाना के दाऊद से रिश्ते बताए जाते हैं। फिल्म कहो ना प्यार के लाभ में हिस्सा नहीं मिलने पर दाऊद के लोगों ने राकेश रोशन पर हमला कर दिया था। 2001 में बनी बॉलीवुड की फिल्‍म 'चोरी-चोरी चुपके-चुपके' में दाऊद ने शकील की मदद से पैसे लगाए थे।