देश में परमाणु से बिजली का
उत्पादन बढ़ाने की सरकार की कोशिश है। इस क्रम में यूरेनियम की विदेशों से खरीद के
सौदों को अंजाम दिया जा रहा है। हालांकि रेडियोधर्मिता के खतरों को देखते हुए
दुनिया के कई देश अब परमाणु बिजली से मुंह मोडने लगे हैं।
10,080 मेगावाट परमाणु बिजली
पैदा करने वाला देश बन जाएगा भारत 2019 तक।
60,000 मेगावाट तक परमाणु बिजली
उत्पादन का लक्ष्य है न्युक्लियर पावर कारपोरेशन ऑफ इंडिया का साल 2030 तक।
5780 मेगावाट क्षमता है फिलहाल
देश में परमाणु बिजली उत्पादन की।
03 फीसदी योगदान है कुल बिजली
उत्पादन में परमाणु बिजली का।
13वें नंबर पर है भारत परमाणु
बिजली पैदा करने वाले देशों में।
7वें स्थान पर है भारत परमाणु
रियेक्टरों की संख्या के मामले में
3400 मेगावाट की दो नई परमाणु
बिजली परियोजनाओं को दी जानी है मंजूरी।
परमाणु बिजली के लिए यूरेनियम
बड़ी जरूरत
2840 मेगा वाट बिजली का उत्पादन
स्वदेशी यूरेनियम से होता है भारत में
5940 टन प्राकृतिक यूरेनियम
चाहिए भारत को अगले पांच सालों में परमाणु बिजली के लिए।
2014 के सितंबर में हुए करार के बाद आस्ट्रेलिया
भारत को परमाणु बिजली के लिए यूरेनियम देने को राजी हुआ।
3000 टन यूरेनियम की आपूर्ति
कनाडा करेगा भारत को अगले पांच सालों में, जिसकी कीमत 25.4 करोड़ डालर होगी।
उजबेकिस्तान, नाइजरिया,
नामिबिया जैसे देशों से भी हो रही है यूरेनियम आयात के लिए बातचीत ।
भारत में यूरेनियम
आंध्र प्रदेश के वाईएसआर जिले
के अलावा झारखंड के जादूगोडा में यूरेनियम की खान है। परमाणु बिजली घरों के लिए
हमारे पास यूरेनियम काफी कम है।
परमाणु बिजली
परमाणु रियेक्टर से यूरेनियम
हीट एनर्जी स्टीम जेनरेटरों को देता है ये स्टीम जेनरेटर से पैदा स्टीम शेल के
माध्यम से टरबाइन जेनरेटर को देते हैं जिससे बिजली बनाई जाती है।
भारत में परमाणु बिजली घर
तारापुर –( बोइसर, महाराष्ट्र) –
4 इकाइयों में उत्पादन।
राजस्थान - रावतभाटा (कोटा) 06
इकाइयों से हो रहा है उत्पादन। 1400 मेगावाट के दो निर्माण प्रक्रिया में।
मद्रास - कलपक्कम ( तमिलनाडु)- दो
यूनिटें चालू।
कुडनकुलम ( तमिलनाडु) 1000
मेगावाट की 1 यूनिट चालू। 1 और यूनिट निर्माण की प्रक्रिया में।
कैगा- ( कर्नाटक) – 220 मेगावाट
की 4 यूनिटें चालू।
नरोरा – ( बुलंदशहर, यूपी) 220
मेगावाट की 2 यूनिटें चालू।
ककरापार ( सूरत, गुजरात) 220
मेगावाट की 2 यूनिटें चालू। 1400 मेगावाट के 2 निर्माण प्रक्रिया में।
प्रस्तावित –
जैतापुर –( रत्नागिरी,
महाराष्ट्र) 9990 मेगावाट की महत्वाकांक्षी परियोजना। फ्रांसिसी कंपनी अरेवा के
सहयोग से होना है निर्माण।
चुटका ( मंडला, मध्य प्रदेश) 1400
मेगावाट के 2 संयत्र प्रस्तावित।
परमाणु से बिजली
31 देश बनाते हैं परमाणु से
बिजली दुनिया में। जापान, फ्रांस, जर्मनी, रूस, अमेरिका, इंग्लैंड, स्वीडन, मैक्सिको
जैसे देश बनाते हैं परमाणु बिजली। फ्रांस 78.5 फीसदी बिजली का उत्पादन परमाणु ऊर्जा
से करता है।
15 फीसदी योगदान है दुनिया के
कुल उत्पादन में परमाणु बिजली का
197 रियेक्टर लगे हैं यूरोपीय
देशों में
35 फीसदी हिस्सेदारी है यूरोपीय
देशों में परमाणु बिजली की कुल उत्पादन में।
30 फीसदी उत्पादन करता है जापान
परमाणु रियेक्टरों से
104 परमाणु बिजली घर हैं
अमेरिका में, 20 फीसदी उत्पादन।
परमाणु बिजली घर के खतरे
रेडियोधर्मी कचरे से निपटारे का
कोई सुरक्षित तरीका नहीं है। प्रदूषणयुक्त पानी जलाशय में वापस छोड़ा जाने से
जलाशय की मछलियां मरती हैं। प्रदूषित मछलियों को खाने और इस पानी को पीने से मनुष्य,
पशु व फसलें विकिरण से प्रभावित होते हैं। इससे कैंसर, विकलांगता जैसी बीमारियां होने की आशंका रहती है।
अमेरिका, जापान जर्मनी ने लगाई
नए प्लांट पर रोक
2014 के जनवरी में जापान के
प्रधानमंत्री ने साफ कह दिया कि वह अब नए परमाणु बिजली घर नहीं बनाएगा। 2011 में
फुकिशिमा-1 की दुर्घटना के बाद जापान ने परमाणु बिजली घर बनाने बंद कर दिए थे। अमेरिका
और जर्मनी भी नए बिजली घरों का निर्माण बंद कर चुके हैं।
1986 में चेर्नोबिल परमाणु
बिजली घर में दुर्घटना (यूक्रेन, रूस ) अभी तक दुनिया के सबसे भयंकर औद्योगिक
दुर्घटना रही है।
अक्षय ऊर्जा है विकल्प
सुरक्षित बिजली उत्पादन के लिए
अक्षय ऊर्जा के तौर पर सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा, बायोमास, हाइड्रोइलेक्ट्रिक आदि विकल्प
हो सकते हैं। ये प्रदूषण रहित, कार्बन रहित है। 18 फीसदी योगदान है अक्षय ऊर्जा का
दुनिया के कुल ऊर्जा उत्पादन में।
2 comments:
बहुत बढ़िया जानकारी
धन्यवाद
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