टीवी धारावाहिक बुनियाद में लाजो जी। |
कई साल पहले हम जाएं तो
दूरदर्शन पर बुनियाद और हमलोग
जैसे धारावाहिकों
ने धूम मचाई थी। इन
धारावाहिकों में भारतीय मूल्यों
की बात रिफ्लेक्ट होती थी।
बुनियाद का मास्टर हवेलीराम
ऐसा चरित्र था जो अपने नैतिक
मूल्यों की रक्षा की कोशिश में
लगा हुआ था। उस चरित्र ने
टीवी के तत्कालीन दर्शकों
में अच्छी छाप छोड़ी। उसके
बाद टीवी धारावाहिको में
मुंबई के फिल्मों के अनुकरण
की होड़ सी लग गई। कई
धारावाहिकों ने कास्ट्यूम, सेटों की भव्यता में तो
फिल्मों को भी पीछे छोड़ दिया।
एकता कपूर ने जिस तरह के
धारावाहिकों का ट्रेंड शुरू
किया उनमें से अधिकांश में
मध्यम वर्ग गायब था। अगर कोई
मध्यम वर्ग का चरित्र आ भी गया
तो वह उच्च वर्ग के लोगों के
बीच जाकर उनके साथ संवाद
स्थापित करने में ही व्यस्त हो
जाता था। सोनी के धारावाहिक
कुसुम को आम लड़की की कहानी
कह कर प्रचारित किया गया था पर
कुसुम की कहानी भी बाद में भटक कर
रह गई। अब स्टार वन ने दो ऐसे
धारावाहिक आरंभ किए हैं जिसके
चरित्र भी हालांकि मुंबई
भागते हैं। पर वहां मध्यम वर्ग
मौजूद रहता है।
इंडिया कालिंग के बहाने जहां पंजाबी सभ्यता और संस्कृति को बड़ी मजबूती
से इंट्रोड्यूस किया गया वहीं इसमें काल सेंटर का भी कल्चर है। किसी काल सेंटर के
वातावरण पर बना यह पहला धारावाहिक है। इसमे काल सेंटर के अंदर के वातावरण को गंभीर
लहजे में पेश किया जा रहा है। कहा नहीं जा सकता कि आने वाले दिनों में यह
धारावाहिक क्या रुप लेगा पर फिलहाल टीवी पर ऐसे धारावाहिक की जरूरत महसूस की जा
रही थी। वहीं स्टार वन के दूसरे धारावाहिक में एक लड़का और एक लड़की मुंबई भागते
हैं दोनों की संयोगवश मुलाकात हो जाती है। उसके बाद कहानी में नाटकीय सिचुएशन बनते
हैं। भारत में सपने लेकर मुंबई भागने का सिलसिला बहुत ही पुराना है। यही ट्रेंड इस
धारावाहिक में नाटकीय ढंग से आरंभ हुए हैं। टीवी दर्शकों में सबसे बड़ा वर्ग मध्यम
वर्ग ही है। पर टीवी के तमाम चैनलों के बीच इस तरह के धारावाहिकों का अभाव सा है
जिसमें आम आदमी अपना शहर और अपना चेहरा कहीं देख सके। इसी कमी को ये धारावाहिक
कहीं न कहीं पूरा करते हुए नजर आ रहे हैं।
विद्युत प्रकाश मौर्य ( TV, MIDDLE CLASS )