आजकल मध्यम वर्ग और अल्प आय वाले लोगों
में भी शेयर बाजार में पैसा लगाने का चलन बढ़ा है। पर शेयर बाजार में हो रहे
लगातार उतार चढ़ाव के बीच वैसे लोगों को सावधान रहना चाहिए जो शेयर बाजार के लिए
छोटे निवेशक हैं। वैसे लोग जिनके लिए शेयर बाजार में पैसा लगाना प्राथमिक व्यवसाय
नहीं है वे उतार चढ़ाव को आसानी से झेल जाते हैं। पर मान लिजिए आपके पास कौड़ी
कौड़ी जोड़कर कमाया हुआ एक लाख रुपया है। आपने उसे उसे शेयर बाजार में लगा दिया है।
वह पैसा अचानक आधा रह जाता है तो आपके लिए यह दुख की घड़ी हो सकती है।
वैसे लोग जो अपने रुपये को भावनात्मक ढंग
से लेते हैं उन्हे शेयर बाजार से सावधान रहना चाहिए। अच्छा तो यही होगा कि आप अपने
पैसे को लेकर ज्यादा रिस्क नहीं लेना चाहते को रुपए को किसी बैंक के फिक्सड
डिपोजिट में ही रखें। अगर आप थोड़ा रिस्क लेना चाहते हैं तो म्युच्युअल फंड और
इक्विटी के बारे में सोचें। अगर ज्यादा जोखिम उठाना चाहते हैं तो शेयर बाजार के
बारे में सोचें। शेयर बाजार के भी दो तरह के निवेशक होते हैं। एक तो वैसे लोग जो लंबी
अवधि के लिए निवेश करते हैं दूसरे वे जो थोड़े समय के लिए निवेश करते हैं। अगर आप शेयर
बाजार में थोड़े समय के लिए निवेश करते हैं तो आपको हर रोज अपने शेयरों के उतार चढ़ाव
के बारे में नजर रखनी चाहिए।
जो लोग बैंक ब्याज दर की तुलना में
रुपए को थोड़ा तेज गति से बढ़ता हुआ देखना चाहते हैं उन्हें अपने रुपए को म्युचुअल
फंड में ही लगना चाहिए। आमतौर पर ऐसे में फंड में आपका रुपया 10 से 25 फीसदी तक ब्याज की रिटर्न दिलवा सकता है। आप फिक्स ब्याज दर वाले बांड भी
खरीद सकते हैं। वैसे अगर आपके पास 4-5 लाख रुपए निवेश करने
को हैं तो आपको अलग अलग तरह के फंडों में पैसा लगना चाहिए। कुछ राशि बैंक में
रखें। कुछ म्युचुअल फंड में तो कुछ राशि शेयर बाजार में लगाएं।
अगर आप शेयर बाजार में पैसा लगाकर कम
जोखिम कमाना चाहते हैं तो नामचीन कंपनियों के शेयर खरीदकर लंबी अवधि के लिए निवेश करें।
वैसे शेयर बाजार में पैसा लगाने में वे लोग ज्यादा लाभ में रहते हैं जो लगातार बाजार
पर नजर रखते हुए शेयरों की खरीद बेच करते रहते हैं। इसका मतलब हुआ कि शेयर बाजार में
निवेश आपसे रोज का एक तरह का अटेंशन मांगता है। अगर आप इस तरह का समय नहीं दे सकते
हैं तो किसी अच्छे निवेश सलाहकार की संपर्क में रहें जो आपको हमेशा सलाह देता रहे।
पर कोई जरूरी नहीं है कि उसकी सलाह हमेशा सही साबित हो। क्योंकि शेयर बाजार में
निवेश में जोखिम हमेशा बना रहता है। पिछले दिनों शेयर बाजार में आए अचानक उचार
चढ़ाव में कई चतुर निवेशकों को भी करोड़ों का घाटा उठाना पड़ा है।
शेयर बाजार के कुछ दिनों के उचार चढ़ाव
का म्युच्युल फंडों पर कोई खास असर नहीं पड़ता है। इसलिए जिन लोगों ने पैसा काफी मेहनत
से कमाया और उन्हें अपने पैसे से भावनात्मक लगाव है उन्हें निवेश करने मे भी
सावधानी बरतनी चाहिए। कभी अपने अड़ोस पड़ोस के लोगों का अनुकरण करते हुए भेड़ चाल
में न चलें। अगर आपने कोई बीमा पालिसी नहीं ले रखी हैतो शेयर बाजार में जाने से
पहले अच्छा होगा कि बीमा में निवेश करें। यह पैसा बढ़ने के साथ जीवन की सुरक्षा भी
प्रदान करता है।
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