Monday, 30 September 2019

गांधी पर महान हस्तियों के विचार

मैंने गांधी की राजनैतिक साफगोई और इस्पात जैसी दृढ़ इच्छा शक्ति के लिए हमेशा उनका सम्मान किया है और उनकी प्रशंसा की है।

-    चार्ली चैप्लिन 

( महान फिल्मकार चार्ली चैप्लिन ने 1931 में लंदन में बापू से मुलाकात की थी। उन्होंने सन 1936 में मार्डन टाइम्स नामक फिल्म बनाई जिसमें बापू के विचारों की झलक थी। ) 

आने वाली पीढ़ी आश्चर्य करेंगी। क्या ऐसा हाड़ मांस वाला व्यक्ति कभी किसी युग में इस धरती पर चलता फिरता भी था। वे मुश्किल से यह विश्वास करेंगी कि आदमी के शरीर में ऐसा संभव हुआ।
-    अलबर्ट आइंस्टीन



पूरी दुनिया के देशों को मार्गदर्शन, आध्यात्मिक अवलंबन और साहसपूर्ण कार्यों के मिसाल के लिए गांधी की ओर मुड़कर देखने की जरूरत है। उनका जीवन बहुत सी समस्याओं का हल पेश करता है।
-    लुई फिशर  ( अमेरिकी पत्रकार और बापू के जीवनी लेखक ) 

गांधी केवल भारतीय राष्ट्रीय इतिहास के नायक नहीं हैं बल्कि पश्चिमी दुनिया के लिए भी गांधी ने ईसा के उन संदेशों को पुनर्जीवित किया जो भूला दिए गए थे।
-    रोम्यां रोला ( दार्शनिक ) 

पहली मुलाकात में हमारे दिलों ने एक दूसरे को देखा और और वो कभी न टूटने वाले प्यार के मजबूत संबंधों में तब्दील हो गए।
-    सी एफ एंड्रयूज

गांधीजी, प्रेम एवं सहिष्णुता का प्रकाशपुंज थे भारत को इस बात का गर्व होना चाहिए कि उसने विश्व को एक ऐसा व्यक्ति दिया जिससे लोग हमेशा प्रेरणा पाते रहेंगे।
-    लार्ड माउंट बेटन

इस बात में संदेह नहीं कि गांधी में महान आध्यात्मिक गुण थे। उनका प्रभाव उनके व्यक्तित्व में विश्व को देने  के गुण के कारण है।
-    फ्रेंकलिन डी रुजवेल्ट

मैं कई महीनों से सामाजिक सुधार की जिस पद्धति की तलाश में था, वह मुझे प्रेम और अहिंसा पर गांधीवादी दर्शन में मिली।
-    मार्टिन लूथर किंग, समाज सुधारक 

कथनी और करनी का योग, उपदेश और आचरण का संगम। उसका नाम है, मोहनदास करमचंद गांधी।
-    एच जे होम्स, दार्शनिक 

भारतमाता और भारतीयों से इतना प्रेम किसी ने नहीं किया होगा जितना महात्मा गांधी ने किया।
-    -  चक्रवर्ती श्री राजगोपालाचारी

सदियों तक लोग जब इस पीढ़ी के बारे में विचार करेंगे, जब यह मसीहा धरती पर आया था, तो सोचेंगे और उनके बताए रास्ते पर चलेंगे। हम उनके ऋणी हैं और हमेशा रहेंगे।
-    पंडित जवाहर लाल नेहरु

उनकी शिक्षा हमारे साथ रहेगी। मुझे लगता है कि गांधीजी की अमर आत्मा अभी भी यहां मौजूद है और भविष्य में भी इस देश की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगी।
-    सरदार वल्लभ भाई पटेल

वह आदमी कई सेनापतियों से अधिक बहादुर था। दिल्ली सदियों से महान क्रांति का केंद्र रही है पर गांधी ने अपने देश को विदेशी गुलामी से मुक्त कराया और आत्मसम्मान दिलाया।
-    सरोजिनी नायडू

महात्मा गांधी ने हिंदू समाज को उदार बनाया। वे निचले तबके के दबे-कुचले लोगों के मुक्तिदाता थे।
-    डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद

गांधी हमारे समय के निर्दोषतम, शिखरस्थ एवं अत्यंत प्रेरणादायी व्यक्ति थे। वे सुकरात जैसे थे जिसे जहर का प्याला पीना पड़ा और जीसस जैसे जिन्हें सूली पर चढ़ना पड़ा।
-    डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन

हमें महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर अवश्य चलना चाहिए। वे एक विशेष मिशन के साथ आए थे। हमें उनके अधूरे काम को पूरा करना होगा
-    जय प्रकाश नारायण

मानवीय इतिहास में यह अनोखी बात है कि एक अकेला व्यक्ति एक ही समय योद्धा, मसीहा और संत तीनों था और उससे भी अधिक वह विनम्र और मानवीय था।
-    घनश्याम दास बिरला

महात्मा गांधी देश और दुनिया को अंधेरे से उबरने वाले रोशनी की इकलौती किरण थे।
-    खान अब्दुल गफ्फार खान

वे महान आदमी थे। वे जिन सिद्धांतों में विश्वास करते थे, उस पर अमल करते हुए शहीद हुए। वे एक श्रेष्ठ मृत्यु को प्राप्त हुए क्योंकि वे अपना कर्तव्य करते हुए मारे गए।
-    मोहम्मद अली जिन्ना

सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने में उनकी पहल को कृतज्ञता के साथ सभी शांतिप्रिय लोगों द्वारा याद रखा जाएगा। हमें आशा करनी चाहिए कि उनकी पहल सफल होगी।
-    लियाकत अली खान

मेरे मन में गांधीजी के प्रति आदर है। गांधीजी को पिछड़ी जाति के लोग अपनी जान से भी ज़्यादा प्यारे थे।
-    डॉक्टर भीमराव आंबेडकर


महात्मा गांधी अपने साथ असहयोग का, सत्याग्रह का एक अभिनव, अनोखा तरीका लाए। ऐसा लगा मानो उन्हें विधाता ने ही स्वतंत्रता का मार्ग दिखाने के लिए भेजा था।
-    सुभाषचंद्र बोस  ( 2 अक्तूबर 1943 को बापू की जन्मदिन के मौके पर, रेडियो संदेश में कहा ) 




Saturday, 28 September 2019

गंगा नदी से परिचित कराती पुस्तक - गंगा तीरे

यात्राएं करना जितना आह्लादकारी होता है, यात्रा साहित्य पढ़ने का सुख भी उससे कुछ कम नहीं। जहां आप जा नहीं पाते वहां लेखक के साथ यात्रा कर रहे होते हैं। हाल में मैंने एक नई पुस्तक पढ़ी – गंगा तीरे। इसके लेखक हैं वरिष्ठ पत्रकार अमरेंद्र कुमार राय। पुस्तक की शुरुआत उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से होती है, जहां लेखक का बचपन गुजरा है। गंगा के तट पर ग्रामीण परिवेश में बड़े होते हुए लेखक ने गंगा के बारे में उन तमाम पहलुओं से परिचित कराया है जिससे शहरी लोग तो बिल्कुल अनजान होंगे।


पर गंगा तीरे पुस्तक की खास बात यह है कि पुस्तक गंगा के उदगम स्थल गौमुख से लेकर गंगा के सागर में मिलने तक की 2525 किलोमीटर की यात्रा पर प्रकाश डालती है। वह गंगा के सिर्फ धार्मिक और आध्यात्मिक पक्ष ही नहीं बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और पर्यावरण के पक्ष को भी गंभीरता से छूती है।
पुस्तक में गाजीपुर में गंगा की धारा और उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों पर प्रभाव पर गंभीरता से प्रकाश डालती है। पर पुस्तक का सबसे मजबूत पक्ष है इसका गंगोत्री पक्ष। लेखन गंगोत्री में अपने लंबे प्रवास के दौरान गंगा के उदगम स्थल से जुड़े कई पहलुओं पर प्रकाश डाला है।

स्वामी सुंदरानंद जी का आश्रम का परिवेश, गंगोत्री से गौमुख तक की यात्रा का प्रसंग काफी रोचक और जानकारी परक है। गंगोत्री में रहने वाले साधुओं के जीवन को लेखक ने काफी निकटता से देखा है। साधुओं से जुड़े तमाम ऐसे प्रसंग हैं जिनके बारे में हम बहुत कम जानते हैं।

हालांकि पुस्तक में गाजीपुर से आगे फरक्का, गंगासागर तक के गंगा के बारे में ज्यादा विस्तार नहीं है। पर गंगा पर केंद्रित यह एक अनमोल पुस्तक है। यात्रा वृतांत में रुचि रखने वाले, पर्यावरण अध्ययन करने वाले और पानी के की कहानी पर ज्यादा कुछ जानने की इच्छा रखने वालों को यह पुस्तक पढ़नी चाहिए।

पुस्तक – गंगा तीरे
लेखक अमरेंद्र कुमार राय
प्रकाशक –नेशनल बुक ट्रस्ट
मूल्य – 150 रुपये ( बुक क्लब का सदस्य होने पर 20 फीसदी छूट मिलेगी )

-        विद्युत प्रकाश मौर्य - vidyutp@gmail.com