कई कहते हैं पूत
के पांव पालने में ही दिखाई दे जाते हैं। सो नन्हें अजय पुरी ने नौ महीने की उम्र
से ही कंप्यूटर के की बोर्ड से खेलना शुरू कर दिया था। दो साल की उम्र में
प्रेजेंटेशन देने लगे। तीन साल की उम्र में उन्होंने अपनी वेबसाइट www.microsftkid.com बना डाली।
उन्हें विश्व के सबसे कम उम्र के वेब डिजाइनर होने का गौरव प्राप्त है। नौ साल के
मास्टर अजय पुरी को जनवरी 2006 में हैदराबाद में मनाए गए
प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह
द्वारा सम्मानित किया गया। वे अपने पिता के साथ थाइलैंड में रहते हैं। वर्ष
2001 में अजय पुरी जब चार साल के थे तब एडमिंस्ट्रेटिव स्टाफ कालेज हैदराबाद
खुद का डिजाइन किया हुआ प्रेजेंटेशन पेश किया था तो देखने वालों ने दांतों तले उंगलियां
दबा ली थीं। अजय की प्रस्तुति तीन पन्ने की वेबसाइट थी जो उन्होंने फ्रंट पेज
2000 की मदद से बनाई थी। इसमें उन्होंने तस्वीरों, ग्राफ, डाटा लिस्ट, मेल मर्ज व
एनीमेडेट साउंड आदि का इस्तेमाल किया था।
बिल गेट्स ने दी
बधाई
अजय पुरी को
अपनी वेबसाइट बनाने के लिए माइक्रोसाफ्ट के चेयरमैन बिल गेट्स ने बधाई दी। वे 14 नवंबर 2002 को बिल गेट्स से मिले तब गेट्स ने उन्हें
कहा कि तुम भारत के बिल गेट्स बनोगे। तब अजय ने गेट्स को याद दिलाया-आपके दादा एक बैंक के वाइस प्रेसिडेंट थे तो मेरे दादा एक कंपनी के वाइस
प्रेसिडेंट। आपके परदादा राजनीति में थे तो मेरे परदादा भी राजनेता थे। यहां यह
बताते चलें कि अजय भारतीय राजनीति के देदीप्यमान नक्षत्र आचार्य नरेंद्र देव के
परपोते हैं। उनके दादा जी विष्णु नारायण पुरी ने उन्हें होश संभालने के साथ
कंप्यूटर सीखाना आरंभ कर दिया था। अजय के पिता रवि पुरी बैंकांक की एक कंपनी सेंचुरियन
टेक्सटाइल्स में मार्केटिंग मैनेजर हैं।
अजय बताते हैं
कि उनकी वेबसाइट पूरी तरह के उनके बारे में वे क्या सोचते हैं। मैं क्या जानता
हूं। मैं किन लोगो से मिल चुका हूं। उनकी वेबसाइट पर आप उनकी बिल गेट्स, अटल बिहारी बाजपेयी, के आर नारायणन, एनआर नारायण मूर्ति, कई फिल्म स्टार सहित दुनिया की प्रमुख
हस्तियों के साथ उनकी तस्वीर भी देख सकते हैं। अजय पुरी अपनी वेबसाइट पर हर किसी को
अपने साथ संवाद स्थापित करने का भी मौका भी देते हैं। आप उन्हें ई मेल कर सकते
हैं। वे उसका जवाब भी दे सकते हैं। नौ साल की उम्र में उनका कंप्यूटर ज्ञान काफी
बढ़ चुका है। वे कंप्यूटर पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग करना जानते हैं। अब वे डिजिटल मूवी
बनाने की तैयारी में हैं। अब उनका लक्ष्य गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्डस में अपना नाम
दर्ज कराने का है। वे सबसे कम उम्र के एनीमेटर के रुप में वहां अपना नाम देखना
चाहते हैं। खैर अजय को हमारी शुभकामनाएं।
-माधवी
रंजना
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