दिल्ली में साल 2011 में हुई जोरदार बारिश के बाद मेरी भावनाएं कुछ इस तरह उमड़ी। आम तौर पर दिल्ली में बारिश बहुत कम होती है।
कई सालों बाद
दूर देश जा बसी प्रेयसी का
आया है लंबा सा खत
खत में है ढेर सारी
नन्ही नन्ही खुशियां
कुछ मोती कुछ सीप
लेकिन हम कहां रखे सहेज कर
ये खुशियां
हमारे पास नहीं है
इतनी लंबी चादर
कई सालों बाद
आई है सुहाने बचपन की याद
जब नौ दिन तक लगातार
हुई थी बरसात
खेतों ने ली थी
लंबे अंतराल बाद
सुख की एक लंबी अंगडाई.....
लेकिन अब इन कंक्रीट के जंगलों में
जीवन को खुल कर जीने की जगह
कहां बची..
हम बार बार अपनी
पुरानी प्रेयसी के खत
के लिफाफे को उलट पलट कर
देखते हैं लेकिन नहीं मिलता
एकांत जहां बैठकर
इस खत को बांचे.
और बहाएं ढेर सारे आंसू
कि सितम हमने खुद पर ही ढाए हैं
इतने सालों से
कि तुझे हम क्या देंगे
खत का जवाब
कई सालों बाद आया है
दूर देश जा बसी प्रेयसी का
लंबा सा खत....
- विद्युत प्रकाश मौर्य ।
कई सालों बाद
दूर देश जा बसी प्रेयसी का
आया है लंबा सा खत
खत में है ढेर सारी
नन्ही नन्ही खुशियां
कुछ मोती कुछ सीप
लेकिन हम कहां रखे सहेज कर
ये खुशियां
हमारे पास नहीं है
इतनी लंबी चादर
कई सालों बाद
आई है सुहाने बचपन की याद
जब नौ दिन तक लगातार
हुई थी बरसात
खेतों ने ली थी
लंबे अंतराल बाद
सुख की एक लंबी अंगडाई.....
लेकिन अब इन कंक्रीट के जंगलों में
जीवन को खुल कर जीने की जगह
कहां बची..
हम बार बार अपनी
पुरानी प्रेयसी के खत
के लिफाफे को उलट पलट कर
देखते हैं लेकिन नहीं मिलता
एकांत जहां बैठकर
इस खत को बांचे.
और बहाएं ढेर सारे आंसू
कि सितम हमने खुद पर ही ढाए हैं
इतने सालों से
कि तुझे हम क्या देंगे
खत का जवाब
कई सालों बाद आया है
दूर देश जा बसी प्रेयसी का
लंबा सा खत....
- विद्युत प्रकाश मौर्य ।
No comments:
Post a Comment