लाख छुपाओ छुप न
सकेगा असली चेहरा...जी हां हाईडेफनिशन टीवी स्क्रीन पर असली चेहरे को छुपाना बहुत
मुश्किल है। टेलीविजन में आई नई तकनीक यानी एचडी टीवी डिजिडटल टीवी की तुलना में
10 गुनी ज्यादा साफ तस्वीरें दिखाता है। लेकिन साफ तस्वीरों के साथ दूसरी दिक्कते
भी हैं। हाईडेफनिशन कैमरा चेहरे के छोटे छोटे दाग धब्बों को भी साफ-साफ गहराई के
साथ स्क्रीन पर दिखा देता है। यानी एचडी में क्लोजअप शॉट लिया तो सारी सच्चाई
सामने आ जाती है।
आमतौर पर टीवी
सीरियल हो या फिर टीवी के न्यूज रूम में एंकर और प्रेजेंटर सभी को मेकअप करके
स्क्रीन पर आना पड़ता है। लेकिन अब लगभग सभी मनोरंजन चैनल हाई डेफनिशन पर शिफ्ट हो
रहे हैं वहीं कई न्यूज चैनल भी एचडी तकनीक पर जाने की राह पर हैं, मेकअप की तकनीक
में भी बदलाव लाना पड़ रहा है। जब आप बाथरूम में बड़े से आईने के सामने खड़े होते
हो तो चेहरे के दाग धब्बे, झाइंया और मुहांसे सब कुछ दिखाई देते हैं। आमतौर पर
फोटोग्राफी या टीवी पर शूटिंग के दौरान इन दाग धब्बों को पूरी तरह छुपा दिया जाता
है। लेकिन हाईडेफनिशन स्क्रीन पर इन्हे आसानी से छुपाना मुश्किल है। अब इस नई
हाईडेफनिशन तकनीक ने कई पुराने एक्टरों और और टीवी की महिला एंकरों को डरा दिया
है। क्योंकि हाईडेफनिशन स्क्रीन उनके चेहरे की असलियत को बयां कर देती है।
क्या हैं उपाय - ऐसे
में पहला उपाय है कि बिना कुशलता से मेकअप किए चेहरों को टाइट क्लोजअप शाट्स में
स्क्रीन पर न लिया जाए। एबीसी चैनल के शो गुड मार्निंग अमेरिका की एंकर डायना कहती
हैं कि जबसे उनका प्रोग्राम हाईडेफनिशन मोड में गया दर्शक उनकी आंखों के नीचे की
पफिंग को स्क्रीन पर देख पाते हैं। एचडी
फारमेट ने खास तौर पर महिला एंकरों के लिए ज्यादा मुसीबत खड़ी कर दी है। क्योंकि
उनकी त्वचा देखकर उनकी उम्र का एहसास आसानी से हो जाता है। मेकअप आर्टिस्टों के
साथ एचडी फारमेट में ज्यादा बड़ी चुनौती है।
टीवी पर मेकअप आमतौर
पर सांवली त्वचा को गोरी दिखाने और चेहरे के दाग धब्बों को छुपाने में काम आता है।
लेकिन अब एचडी फारमेट में खास तरह के फिल्टर का इस्तेमाल का साथ ही स्टूडियो
लाइटिंग में भी बदलाव लाया जा रहा है जिससे चेहरे की रंगत को काफी हद तक छुपाया जा
सके।
मेकअप आर्टिस्टों को
चुनौती- लेकिन इन सबसे बढ़कर चुनौती मेकअप आर्टिस्टों के सामने है। एचडीटीवी के
आने के साथ ही अब हाईडेफनिशन मेकअप का दौर आ चुका है। मेकअप आर्टिस्ट एंकरों के
लिए खास तरह के फाउंडेशन का इस्तेमाल करने लगे हैं जिससे चेहरे को दाग धब्बों को
छुपाया जा सके। इस मामले में बाजार में उपलब्ध नई एडवांस टेक्नोलाजी के मेकअप
उत्पादों ने काफी मदद की है। मेकअप एयरब्रश का इस्तेमाल हाईडेफनिशन कैमरे के सामने
जाने से पहले किया जा रहा है, जिससे असली चेहरे को छुपाया जा सके। ये सब नए प्रयोग
तो स्टूडियो के लिए ठीक हैं लेकिन ये उस समय नाकाफी हो जाते हैं जब आप आउट डोर
शूटिंग कर रहे हों। जैसे कोई रिपोर्टर किसी घटना स्थल से पीटीसी कर रहा हो तब वह
पूरे मेकअप में नहीं आ सकता।
- विद्युत प्रकाश मौर्य
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