Saturday 17 January 2009

फ्री में भी उपलब्ध हैं साफ्टवेयर

अगर माइक्रोसाफ्टर और एडोब जैसी कंपनियां लोगों को अपने साफ्टवेयर खरीदकर उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रही हैं तो आपके पास दूसरी और फ्री में साफ्टवेयर लेकर इस्तेमाल करने का विकल्प खुला हुआ है। अगर आप साफ्टवेयर खरीदने पर रुपया नहीं खर्च करना चाहते हैं तो कोई बात नहीं आप इसके विकल्प ढूंढ सकते हैं। निश्चय की कंप्यूटर पर पूरी दुनिया में काम किए जाने वाले माध्यम के रुप में माइक्रोसाफ्ट का विंडोज लोकप्रिय है। पर अब विंडो का पूरा जोर लोगों असली साफ्टवेयर खरीद कर उपयोग करवाने पर है। ऐसे में आपके पास फ्री माध्यम के रुप में लाइनेक्स का विकल्प मौजूद है। दुनिया में ऐसे लोगों की एक बड़ी फौज मौजूद है जो लगातार शोध कर हर तरह के साफ्टवेयर फ्री में उपलब्ध कराने पर लगे है। उनका काम लोगों द्वारा दिए जाने वाले चंदे से चलता है।

विंडो का जवाब है लाइनेक्स - आपको यह जानकर अचरज होगा कि कंप्यूटर सर्वर के लिए लाइनेक्स साफ्टवेयर मुफीद है। दुनिया के 25फीसदी सर्वर लाइनेक्स पर ही चल रहे हैं। वहीं डेस्कटाप पीसी में यह आंकड़ा महज 2.8 फीसदी का है। यह कम इसलिए है कि मुफ्त में उपलब्ध होने के कारण इसका प्रचार तंत्र कमजोर है। पर आईबीएम, डेल और एचपी जैसे कंप्यूटर निर्माताओं को लाइनेक्स के साथ करार है। वे अपने कंप्यूटर के साथ लाइनेक्स उपभोक्ताओं को लोड करके देते हैं। जैसे जैसे विंडो अपनी पाइरेसी पर रोक लगाकर लोगों को साफ्टवेयर खरीदने को मजबूर करेगा लोग दुनिया भर में लाइनेक्स की ओर शिफ्ट करेंगे।
शौक बन गया नजीर- लाइनेक्स़ की खोज फिनलैंड के शहर हेलंसिकी के एक छात्र ने शौकिया तौर पर की थी, पर यह बाद में नजीर बन गया। 25 अगस्त 1991 को कंप्यूटर छात्र लाइनेक्स ट्रावोल्ड ने इस साफ्टवेयर की नींव रखी। बाद में इस अभियान से काफी लोग जुड़ते चले गए।

वर्ड प्रोसेसर भी फ्री में - सिर्फ काम करने का माध्यम ही नहीं कई वर्ड प्रोसेसर साफ्टवेयर भी फ्री में उपलब्ध हैं। अब बाजार में माइक्रोसाफ्ट आफिस का विकल्प ओपन आफिस के रुप में उपलब्ध है। इसे दुनिया की सभी प्रमुख भाषाओं में डाउनलोड किया जा सकता है। खासतौर पर यह विंडो एक्सपी और उपर के माध्यम में बेहतर ढंग से काम भी करता है। अगर आप इंटरनेट इस्तेमाल के लिए भी किसी विकल्प की तलाश में है तो वहां भी निराशा नहीं मिलेगी। इंटरनेट एक्सप्लोरर का विकल्प फायरफाक्स के रुप में उपलब्ध है। फायरफाक्स ने तो इंटरनेट एक्सप्लोरर के लेटेस्ट वर्जन का जवाब भी पेश कर दिया है। अगर आप मुफ्त में इन्साइक्लोपाडिया देखना चाहते हैं तो आपके पास वीकिपीडिया की वेबसाइट उपलब्ध है। यानी हर खरीदी जाने वाली चीज का कोई न कोई मुफ्त विकल्प भी मौजूद है।

कैसे चलता है कारोबार - फ्री साफ्टवेयर उपलब्ध कराने का बीड़ा कुछ उत्साही कंप्यूटर के जानकारों ने उठाया है। इन सभी साफ्टवेयरों को इंटरनेट से डाउनलोड किया जा सकता है। या फिर आप वेबसाइट पर जाकर सीडी अनुरोध कर सकते हैं। आप इनके फ्री वितरण के नेटवर्क में शामिल भी हो सकते हैं। इन साफ्टवेयरों का विकास दुनिया भर के लोगों सो प्राप्त होने वाले चंदे से होता है। अगर आप समर्थ हैं तो उन्हें चंदा दे सकते हैं। अगर नहीं दे सकते हैं तो भी आप फ्री में उनके द्वारा विकसित साफ्टवेयर का इस्तेमाल तो कर ही सकते हैं।
विद्युत प्रकाश vidyutp@gmail.com


No comments: