Thursday 3 September 2020

परंपरागत गुरु की जगह ले ली ई-गुरु ने


कोरोना काल में गुरु शिष्य के रिश्तों में बड़ा बदलाव आ गया। कई महीने से चल रही ऑनलाइन कक्षाओं ने पठन पाठन का तरीका बदल दिया है। बड़ी संख्या में ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने वाले वेब पोर्टल को प्रचार प्रसार का बड़ा मौका मिला है।

बाइजोस, वेदांतू, लीड स्कूल, अनएकेडमी जैसे पोर्टल से छात्र और कोचिंग करने वाले ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। इन पोर्टलो का कारोबार सैकड़ो करोड़ का हो गया। ये पोर्टल ऑनलाइन कक्षा, कोचिंग, ट्यूशन सब कुछ प्रदान कर रहे हैं। इससे लगता है कि आने वाले दिनों में स्कूलों के बड़े बड़े भवन बेमानी हो जाएंगे। छात्र एकलव्य की तरह कहीं भी रहकर नामी गिरामी गुरूओं से शिक्षा ग्रहण करेंगे। या तमाम पोर्टल पर पहले से मौजूद ट्यूटोरियल के मदद से पढाई करते नजर आएंगे। कोरोना परंपरागत स्कूलों को बदल कर रख देगा।

कई ऑनलाइन लर्निंग एप कोरोना काल के पहले से काम करने लगे थे। पर महामारी और लॉकडाउऩ ने उनके कामकाज में अचानक उछाल ला दिया। इसके साथ ही हमें यह सोचने को मजबूर कर दिया कि ये ऑनलाइन पढ़ाई क्या परंपरागत स्कूलों के लिए खतरा है।  
बाइजूस (BYJUS) नामक एप  कक्षा 4 से 12 तक के छात्रों के अलावा इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा ( जेईई) और मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) की भी तैयारी करवाता है। यह आजकल 5 करोड़ से ज्यादा यूजर होने का दावा करता है। इतना ही नहीं अपने विज्ञापनों में यह डेडिकेटेड ऑनलाइन टीचर मुहैय्या कराने का भी दावा करता है।
इसी तरह का एक और एप है वेदांतू ( VEDANTU ) वेदांतू भी ऑनलाइन स्कूल लर्निंग एप है। यह खास तौर पर 6 से 14 साल के बच्चों के लिए स्कूल लर्निंग एप है। इसके पास अपना शिक्षकों का नेटवर्क है। मतलब वेदांतू पर पढ़िए स्कूल जाना कोई जरूरी नहीं होगा। वेदांतू कक्षा एक से लेकर 12 तक की पढ़ाई के अलावा जेईई और नीट की भी तैयारी करवाता है।  

लीड स्कूल डॉट इन ( www.leadschool.in ) तो सौ फीसदी स्कूल सेवा का दावा करता है। इस स्कूलों के साथ समन्यवय करके लाइव रिकॉर्डेट क्लास, होम वर्क, किसी तरह के शंका निवारण, रिविजन, ऑनलाइन एसेसमेंट जैसी सुविधाएं मुहैय्या कराता है। अगर कोई छात्र स्कूल न जाए तो वह इसके एप और वेबसाइट की सहायता से अपनी पढ़ाई जारी रख सकता है। मुंबई आधारित यह वेबसाइट स्कूलों के साथ बेहतर इंटेग्रेशन का दावा करती है।

अनएकेडमी ( Unacademy) देश के सबसे बड़े लर्निंग प्लेटफार्म होने का दावा करती है।  इसका कारोबार तो इतना बढ़ा है कि वह नामी गिरामी क्रिकेट मैच की स्पांसरशिप लेने को तैयार थी। वह अगले चार साल के लिए आईपीएल की आफिशियल पार्टरन बन चुकी है। इस एजुकेशन स्टार्टअप कंपनी में साफ्टबैंक बड़ी राशि निवेश कर चुका है। आज की तारीख में लाखों युवा इस ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफार्म पर अपना करियर संवारने में लगे हैं। यह यूपीएससी, एसएससी, बैंकिंग, रेलवे, एनडीए, सीडीएस, आईआईटी जेईई, नीट आदि के लिए कोचिंग उपलब्ध कराती है। इतना ही नहीं अलग अलग राज्यों की नौकरियों की प्रवेश परीक्षा, यूजीसी नेट आदि की तैयारी भी कराती है।
इन ऑनलाइन लर्निंग एप का एक लाभ यह भी हुआ है कि छोटे कस्बों और गांवों के छात्रों को अब कोटा, दिल्ली या पटना जाने की कोई जरूरत नहीं। अपने स्मार्टफोन के जरिए वे गांव में रहकर भी किसी बड़ी परीक्षा में सफलता हासिल कर सकते हैं।

कुछ प्रमुख अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म –
1 स्किलशेयर
2 लिंक्डइन लर्निंग
3 मास्टर क्लास
4 यूडेमी
5 इडीएक्स डाट ओआरजी
6 कोर्सएरा डॉट ओआरजी
7 फ्यूचर लर्न डॉट काम 
-      विद्युत प्रकाश मौर्य- vidyutp@gmail.com

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