Saturday, 28 February 2015

खतरे में हैं दुनिया के सुंदर नदी और समुद्र द्वीप

दुनिया के कई द्वीपों पर खतरा मंडरा रहा है। कई द्वीप देश बड़े खतरे के मुहाने पर खड़े हैं। यह आशंका है कि समुद्र जल स्तर बढ़ने से एक दिन कहीं मॉरीशस, लक्षद्वीप और अंडमान द्वीप समूह ही नहीं, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे मुल्कों का भी अस्तित्व समाप्त न हो जाए। भारत के राष्ट्रीय समुद्र-विज्ञान संस्थान के मुताबिक खाड़ी के सभी द्वीपों में से ज़्यादातर की अवस्था ठीक नहीं है। दुनिया के खूबसूरत देशों में शुमार मालद्वीप पर खतरा मंडरा रहा है। जलवायु परिवर्तन के कारण मालद्वीप के नए राष्ट्रपति मोहम्मद नशीर ने भावी खतरे को पहचानकर 2009 में अपने द्वीप देश को नई जगह बसाने के लिए जमीन खरीदने की बात कही थी।

सुंदरवन में डूब बना चुनावी मुद्दा
2014 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल के सुंदरवन के मतदाताओं के लिए द्वीपों के डूबने का खतरा चुनाव में बड़ा मुद्दा बना। यहां के मतदाता उम्मीदवारों से वायुमंडलीय तापमान में इजाफे के खतरे पर ध्यान देने की अपील की। रॉयल बंगाल टाइगर के लिए मशहूर सुंदरवन द्वीप समूह 40 लाख से ज्यादा मतदाता है। सुंदरवन बाढ़, तूफान, लवणता और कटाव की बढ़ती समस्याओं से प्रभावित रहा है।
 
वसंत में माजुली - चित्र सौजन्य - http://majulilandscape.gov.in/
अस्तित्व की लड़ाई लड़ता माजुली
असम में ब्रह्मपुत्र नदी के बीच स्थित दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप माजुली वजूद की लड़ाई लड़ रहा है। माजुली बाढ़ और भूमि कटाव के कारण खतरे में है। इसका क्षेत्रफल 1278 वर्ग किलोमीटर से घटकर 557 वर्ग किलोमीटर रह गया है। द्वीप के 23 गांवों में कोई डेढ़ लाख लोग रहते हैं। 2009 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा ने कहा था यदि वह सत्ता में आई तो माजुली द्वीप को  विश्व विरासत स्थल का दर्जा दिलाएगी। हालांकि माजुली पर ठीक से वकालत नहीं की जा सकी और यूनोस्को ने विश्व धरोहर के प्रस्ताव रद्द कर दिया।
इतिहास बना न्यू मूर
बंगाल की खाड़ी में स्थित न्यू मूर नामक छोटा-सा द्वीप पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। न्यू मूर को भारत में पुरबाशा और बांग्लादेश में दक्षिण तलपट्टी के नाम से भी जाना जाता है। भारत ने 1989 में नौ सेना का जहाज और फिर बीएसएफ के जवानों को वहां तैनात करके वहां तिरंगा फहराया था।

विश्व धरोहर गैलापागोस
गैलापागोस प्रशांत महासागर में भूमध्य रेखा के आसपास फैले ज्वालामुखी द्वीपों का एक  समूह है, जो ईक्वाडोर के 972 किमी पश्चिम में स्थित है। यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। वन्यजीवन इसकी प्रमुख विशेषता है। हालांकि मानव द्वारा इन द्वीपों पर गलती या स्वेच्छा से लाए गए पौधे और जानवर पारिस्थितिकी के लिए खतरा साबित हुए हैं।

खतरे में द्वीप
18 द्वीप दुनिया में पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं
54 द्वीपों का समूह सुंदरवन पर मंडरा रहा है खतरा
30 साल में सुंदरवन में 7,000 लोग कटाव से विस्थापित हुए
2007 में 2 करोड़ 50 लाख लोग द्वीपों के डूबने के कारण विस्थापित हुए
10 हजार की आबादी वाला भारत का लोहाचार द्वीप 1996 में बर्बाद हो गया।
25 सालों में घोड़ामारा द्वीप (बंगाल की खाड़ी) 9 वर्ग किमी से घट 4.7 वर्ग किमी रह गया
3.3 मिलीमीटर प्रतिवर्ष की रफ्तार से बढ़ रहा है बंगाल की खाड़ी में समुद्र का जलस्तर
10,000 से ज्यादा समुद्र द्वीप हैं चीन के पास जिनपर मंडरा रहा है खतरा।


क्यों बढ़ रहा है समुद्र का जलस्तर
ग्लोबल वार्मिंग के कारण समुद्र का जलस्तर बढ़ रहा है जिससे द्वीपों पर खतरा है। वैज्ञानिकों को आशंका है कि यह रफ्तार बनी रही तो वर्ष 2020 तक 14 द्वीप खत्म हो जाएंगे। संयुक्त राष्ट्र ने अनुमान लगाया है कि समंदर के बढ़ते जलस्तर से छोटे-छोटे द्वीपों पर रहने वाले दो करोड़ बांग्लादेशी वर्ष 2050 तक विस्थापित हो चुके होंगे।

संकट में किरिबाती
ऑकलैंड, न्यूजीलैंड प्रशांत द्वीप क्षेत्र में स्थित 10 लाख की आबादी वाला किरिबाती द्वीप देश संकट में है। समुद्र का पानी दक्षिण प्रशांत के इस द्वीप देश को पाट सकता है। किरिबाती का उच्चतम बिंदु समुद्र तल से केवल दो मीटर अधिक है। किरिबाती के लोगों को 6000 एकड़ जमीन खरीदकर फिजी में शिफ्ट करने की बात चल रही है।

कैसे बचेंगे द्वीप
-          ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत खोजने होंगे।
-          कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन की वैश्विक कमी लानी होगी।
-          समुद्र इलाके में लगातार चट्टानों की खुदाई पर रोक लगानी होगी।
-          समुद्र द्वीपों की पारिस्थितिकी व्यवस्था की सुरक्षा
-          प्राकृतिक संसाधन का समुचित विकास व प्रयोग
-          पारिस्थितिकी के संतुलन को कायम रखने के लिए, समुद्र द्वीप संरक्षण कानून बनाया जाए।

( vidyutp@gmail.com ) 

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