हिंदी का प्रसार कंप्यूटर पर ब्लॉग में खूब हो रहा है। बड़ी संख्या में
कंप्यूटर हिंदी का इस्तेमाल करने वाले लोग ब्लाग्स का इस्तेमाल करने लगे हैं।
ब्लाग्स के कारण वर्ल्ड वाइड वेब पर हिंदी का प्रसार तेजी से हो रहा है। पूरी
दुनिया में हिंदी जानने वाले लोग अब अपनों से संवाद स्थापित करने के लिए हिंदी में
बने ब्लाग का सहारा ले रहे हैं।
अगर आप अपने कंप्यूटर पर विंडो एक्सपी संस्करण का
इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसमें आप अपनी भाषा हिंदी को एक्टिवेट कर सकते हैं। इसके
बाद गूगल सहित कई और साइटों पर जाकर अपने ब्लाग बना सकते हैं। इन ब्लाग पर आप अपनी
मन की बात खुल कर कह सकते हैं। हिंदी के साहित्य प्रेमियों ने बड़ी संख्या में
कंप्यूटर पर ऐसे ब्लाग का निर्माण कर रखा है जिस पर कविताएं कहानियां और संस्मरण
आदि उपलब्ध हैं। इन्हें न सिर्फ आप खोल कर पढ़ सकते हैं बल्कि इनमें अपनी बातें
जोड़ भी सकते हैं।
कंप्यूटर पर हिंदी को लोकप्रिय बनाने में ब्लाग की भूमिका बहुत
महत्वपूर्ण है।
ब्लाग का मतलब है कि बिना किसी खर्च के आप इंटरनेट पर अपनी साइट
बना सकते हैं। ब्लाग शब्द वेब लाग से मिल कर बना है। गूगल डाट की ब्लाग साइट का
पता है www.blogger.comआप इस साइट पर जाकर अपने लिए नए ब्लाग का निर्माण कर सकते हैं। या फिर मौजूदा
ब्लाग में जाकर कुछ भी खोज सकते हैं। गूगल की ब्लाग साइट आपको हिंदी में अपनी बात
लिखने का मौका देती है। आप www.wordpress.com पर भी ब्लाग बना सकते हैं।
आप अपने विचार, लेख, कविता कहानी कुछ
भी अपने ब्लाग पर जारी कर सकते हैं। इस तरह के ब्लाग को आप कुछ लोगों के साथ मिलकर
शेयर भी कर सकते हैं। इसमें सभी सदस्य अपनी अपनी इंट्री को समय समय पर इंटरनेट पर
जारी कर सकते हैं। कुछ लोगों ने तो अपना पारिवारिक ब्लाग बना रखा है। जैसे आप कहीं
घूमने गए तो उसके संस्मरण और उससे संबंधित फोटोग्राफ को अपने ब्लाग पर जारी कर
दें। अपने मित्रों और रिश्तेदारों को अपना ब्लाग पता बताएं वे जाकर सबकुछ देख सकते
हैं। कोई चाहे तो तस्वीरों को डाऊनलोड भी कर सकता है।
कई लेखक अपने विचारों और लेखों को भी अपने ब्लाग पर जारी करने लगे हैं।
एक तरह के विचार के लोगों को आपसी चर्चा करने के लिए ब्लाग बहुत अच्छा माध्यम बन
गए हैं। आपके विचार चाहे कितने भी लंबे क्यों न हों आप उन्हें ब्लाग पर जारी कर
सकते हैं। यहां तक कि इंटरनेट पर हास्य व्यंग्य और अश्लील विचारों वाले ब्लाग भी
लोगों ने बनाने आरंभ कर दिए हैं। पर किसी भी तरह के विचार रखने वाले छोटे समूहों
के लिए ब्लाग आशा की किरण हैं। आपका लेख कोई अखबार नहीं छापता हो, कोई संपादक आपकी
चिट्ठी नहीं छापता है तो आप उसे ब्लाग पर जो जारी कर ही सकते हैं।
- विद्युत प्रकाश
मौर्य
No comments:
Post a Comment