Sunday, 7 December 2014

उम्र को राज ही रहने दो (व्यंग्य)

प्रसिद्ध विचारक आस्कर वाइल्ड का कहना है कि अगर कोई लड़की आपको अपनी सही उम्र बता दे तो सारे राज भी बता देगी। मैंने इसे आजमाया है, सौ फीसदी सच कहा है आस्कर वाइल्ड ने। अगर आपको भरोसा न हो तो आप भी आजमा कर देखें। हां मगर जरा सावधानी से काम लिजिएगा।
अक्सर लड़कियों में उम्र घटाकर बताने की सहज प्रवृति होती है। शायद इसका मूल कारण हो सकता कि वे अपने यौवन काल को ज्यादा जीना चाहती हों। रेलगाडी वाला एक चुटकुला बहुत प्रसिद्ध है।

तीन महिलाएं ट्रेन में जा रही थीं। पहली ने दूसरी की उम्र पूछी..चालीस से उपर दीखने वाली महिला ने कहा, बहन मैं तो अभी 35 की हूं। पैतीस दिखने वाली महिला ने अपनी उम्र 25 बताई। पच्चीस को लांघती महिला ने अपनी उम्र 20 बताई। तब उपर की बर्थ पर सोए सज्जन से रहा नहीं गया। वे ये सब झूठ सुनकर नीचे गिर पड़े। उन महिलाओं ने सम्मलित स्वर में पूछा आप ? मैं अभी अभी पैदा हुआ हूं। तीनों महिलाओं का चेहरा देखने लायक था।
एक बार सफर में चलते चलते हमारी एक हसीन सी अविवाहित ढलती उम्र की बाला ( या महिला ) से मेरी मुलाकात हो गई. बातों बातों में चर्चा आई उम्र पर। थोड़ा शरमाकर, नजरें झुकाकर और एक तीरछी सी चितवन मेरी ओर फेंकते हुए उन्होने कहा कि मेरा तो अभी 17वां चल रहा है। बाद में उनके बारे में विसतृत रिपोर्ट मिलने पर पता चला कि पिछले कई सालों से वे 17 सालों की ही हैं।
एक बार मेरे एक 13 साल के भाई ने फिल्मी विश्लेषण करते हुए बताया कि अमुक फिल्म में अमुक अभिनेत्री बिल्कुल 16 साल की अंकुरित यौवना लगती है। मैंने पूछा तुम्हारी उम्र तो अभी 13 साल की ही है, तुम्हे सोलह साल के सौंदर्य का अनुभव कैसे है। भाई कोई जवाब नहीं दे सका। परंतु उसके किशोर मन का कोई दोष नहीं है। वास्तव में 16वें सावन के वसंती बयार के मदमस्त खुशबू से बत्तीस वाले भी नहीं उबर पाते। बच्चों पर तो आती हवा का असर पड़ेगा ही। पिछले दिनों हिंदी फिल्मों की एक चर्चित अभिनेत्री ने पत्रकारों को अपनी उम्र 14 साल बताई। लेकिन बाद में खोजबीन पर पता चला कि वे पिछले तीन सालों से अपनी उम्र 14 साल ही बता रही हैं। परंतु देखे वालों की अक्ल पर इतना परदा तो था नहीं।

अब जरा इन बूढ़ो को देखिए। बूढ़े अक्सर अपने को अनुभवी प्रदर्शित करना चाहते हैं। कई जगह सम्मान प्राप्त करने की चाहत होती है। इसलिए कई बार वे अपनी उम्र को दस साल बढाकर बताते हैं। मेरी उम्र 70 साल हो चुकी है। दांत अभी तक सलामत हैं तो क्या हुआ। सन 42 के भारत छोड़ो आंदोलन में हमने भी खूब पतंगे उड़ाई थी। कई बार उनकी सच्चाई का पर्दाफाश हो जाता है, तो कई बार वे विशेष सम्मान पा जाते हैं।

 ये कैसी विडंबना है एक ओर तो हसीनों को और भी कमसिन दिखने की तमन्ना है तो बुजुर्गों को और बुजुर्ग। मैं बूढा हो गया हूं आंखें कमजोर हो गई हैं। चल नहीं पाता। जरा सहारा दो बालिके। इस तरह ये बूढ़े किसी नव यौवना का निकट सानिध्य प्राप्त कर लेते हैं। हमारी उम्र के युवक आहें भरते रह जाते हैं। किसी शायर ने कहा था- हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती।
मित्रों अपनी प्रेयसी के दिल की टोह लेने के लिए उसकी सही उम्र जरूर पूछिए। अगर सच बता दे तो ग्रीन सिग्नल समझिए। अगर न बताए तो आप खुद ही फैसला किजिए।

-    विद्युत प्रकाश   

1 comment:

दिगम्बर नासवा said...

मस्त व्यंग है ... मज़ा आया पढ़ कर ...