-विद्युत प्रकाश मौर्य
सुबह सुबह
मेरे मोबाइल पर एक फोन आता है। सर मैं अमुक बैंक से बोल रहा हूं आपको बधाई हो।
आपका 50 हजार रुपए का लोन सैंक्सन हो गया है।
कहिए कब रुपए भिजवा दूं। मैंने कहा भाई मैंने किसी कर्ज के लिए आवेदन नहीं किया
है। उधर से आवाज आई आपने आवेदन नहीं किया तो क्या हुआ हमने आपके बैंक एकाउंट की
रिपुटेशन को देखकर तय किया है कि आपको कर्ज देना चाहिए। असल में हमारे बैंक के पास
काफी रुपया सरप्लस है। सो बैंक ने तय किया है कि अच्छी रिपुटेशन वाले लोगों को
कर्ज बांटो। अब आप जब कहें आपके घर पर हम आपको रुपए भिजवा देते हैं। आप कहो तो
आपके खाते में डलवा देते हैं।
मैंने अब यू हीं पूछ ही लिया चलो इस रुपए पर आप ब्याज कितना लोगे।
उधर से आवाज आई ब्याज के नाम पर बहुत कम है सर बस पौने दो फीसदी। मैंने कहा क्या
यह सालाना है तो उन्होंने कहा नहीं सर मासिक। हम आपके कर्ज की राशि की ईएमआई बना
देंगे। बस आपको हर महीने देते जाना है। मैंने कहा लेकिन यह ब्याज तो बहुत ज्यादा
है। यह सालाना 21 फीसदी के बराबर बैठता है। मेरे खाते में
जब पहले से ही रुपए हैं तो यह कौन सी अक्लमंदी है कि मैं कर्ज लूं। अब बैंक का
एक्जक्यूटिव मुझे समझाने लगा। उसने बताया देखिए सर कर्ज लेने के बहुत से फायदे
हैं। भले ही आपके पास कई खातों में काफी रुपया जमा हो पर आपको कर्ज भी लेकर रहना
चाहिए। कर्ज लेना आज के जमाने में स्टेटस सिंबल बन गया है। सभी बड़े सेठ साहूकार
भी कर्ज लेते हैं। लोग कर्ज लेकर आगे कर्ज देते हैं। छोटा बैंक अपने से बड़े बैंक
के कर्ज लेता है। तो बड़ा बैंक सरकार से कर्ज लेता है। हमारी सरकार अमेरिका से
कर्ज लेती है। तो अमेरिका की सरकार अन्य देशों से कर्ज लेती है। सारी दुनिया कर्ज
लेकर ही चल रही है। अगर आपने कोई कर्ज लिया है और आप किसी कारण से उसे चुका नहीं
पा रहे हैं तो उसे चुकाने के लिए दुबारा कर्ज लिजिए। बैंक वाला चालू था। वह आगे
बताता रहा। मैं भी धैर्य से सुनता रहा। भारतीय संस्कृति भी कर्ज लेने की रही है।
महर्षि चार्वाक ने कहा था- यावत जीवेत सुखम जीवेत, ऋणम कृत्या घृतम पिवेत। उसने कहा कि अगर आपको जरूरत नहीं है तो कर्ज लेकर
किसी और को दे दीजिए। पर यह सुनहरा मौका हाथ से मत जाने दीजिए। खुदा भी जब देता
छप्पड़ फाड़कर देता है। मुझे बैंक वाले के ज्ञान पर बड़ा सुखद अचरज हुआ, साथ ही अपनी मूर्खता पर ग्लानि भी हुई। मैं भला हर महीने क्यों अपने वेतन
से कुछ राशि बचा कर विभिन्न जमा योजनाओं में लगाता हूं। मुझे भी कर्ज लेना चाहिए।
अगर कर्ज लेने की जरूरत नहीं है तो कर्ज लेकर अपने अड़ोसी पड़ोसी लोगों को कर्ज
बांटना चाहिए। मैं अभी सोच ही रहा था कि मेरे पास एक और बैंक वाले का फोन आया। भाई
साहब आपको कर्ज चाहिए। हमारा बैंक आपको हवाई यात्रा कर विदेश जाने वहां शापिंग
करने के लिए भी कर्ज देता है। अगर आप हवाई जहाज से घूमना चाहते हैं और आपके पास
पैसे नहीं तो कर्ज लेकर उड़ान भरिए और बाद में किस्तो में चुकाते रहिए। अगर आपको
अपनी बीवी को खुश करने के लिए गहने खरीदने हैं। अपनी खूबसूरत शाली या गर्ल फ्रेंड
को गिफ्ट करने के लिए गहने खरीदने हैं तो हमारा बैंक ऐसे पुनीत कार्यों में भी
आपके साथ है। अगर आप कोई भी त्योहार शान से मनाना चाहते हैं पर आप जेब से तंगहाल
हैं तो भी कोई बात नहीं। यहां भी हम आपके साथ हैं। अगर आप पुरानी खटारा बाईक को
छोड़ककर दिलकश कार की सवारी करना चाहते हैं तो यहां भी हम आपके साथ हैं। बस एक फोन
घुमाईए। बंदा हाजिर।
(LOAN, BANK, ENJOY)
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