Sunday, 27 November 2016

सन 2016 में मोदी बाबा लाए नोट क्रांति

1857 में मंगल बाबा ( मंगल पांडे ) 1942 में गान्ही बाबा ( महात्मा गांधी) 1977 में जेपी बाबा और अब 2106 में मोदी बाबा। इन सब में क्या साम्यता है. सभी क्रांति लेकर आए। मंगल बाबा सिपाही क्रांति किहिन तो आजादी के लिए लड़ने का बिगुल बजा। गान्ही बाबा कहिन अंगरेजन भारत छोड़ो तो जेपी बाबा कहिन संपूर्ण क्रांति अब नारा है भावी इतिहास हमारा है। तो 2016 में मोदी जी काला धन पर बहुते चोट किहिन। इ नोट क्रांति है... एतना चोट की पूरा देस बिलिबिला गया। सब करिया धन वाला लोग ओकरा के उजर करे के उपाय खोज रहा है लेकिन कुछो बुझा नहीं रहा है कि क्या करें। कौने कौने के समझ में आ रहा है त उ कुछ जुगत भिड़ा ले रहा है।

अब आवे वाला पीढ़ी जे लोग स्कूल में टेक्स बुक पढिहें इतिहास के. ओमा मोदी बाबा के नाम नया क्रांतिलावे खातिर लिखल जाई जरूर। ओकरा संगे मोदी बाबा के साथ जेटली बाबा के नाम भी लिखल जाई जरूर से। हमारा सुरेश प्रभु जी से अनुरोध है कि आप एगो ट्रेन चलाईए नोटक्रांति शहीद एक्स्प्रेस। 1857 की क्रांति पर ट्रेन है। 1942 के क्रांति पर अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन है। 1977 के क्रांति पर संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस है त नोट क्रांति पर भी एगो रेल गाड़ी का नाम होना चाहिए। उ रेल गाड़ी मोदी जी के शहर बनारस से दिल्ली के बीच चले तो अच्छा रहेगा। प्रभु जी अगर देरी किए त इसका श्रेय आने वाले कउनो दूसर रेल मंत्री को मिल जाएगा, एहिसे हम  कहते हैं कि तनी जल्दी करिए। अपना नाम भी मोदी अउर जेटली संघे अमर किजिए।

1942 के क्रांति से आजादी मिला देश को. त हम लोग खुलली हवा में सांस लेने लगे। संपूरण क्रांति में बहुत बवाल मचा पर बाद में सब फुस फुस हो गया। पर सुना है कौनो कौनो राज्य में जेपी आंदोलन मे शामिल लोगिन के पेंसिन मिल रहा है। भक्त लोग कह रहिन है कि इ नोट क्रांति से बहुते लाभ होने वाला है आने वाला दिनन में । माने कि देश में कहूं दू नंबर के धन रहिए नहीं जाएगा। सब जगह एक नंबर। दारू,  सिगररेट, जुआ सब एक नंबर में होगा। पुलिस वाला बिल्कुले रिश्वत नहीं मांगे। सब सरकारी दफ्तर के बाबू लोग सत्यवादी हो जाएगा। माने कौनो मंदिर में दान अउर भिखारी लोग के भीख देना होगा तो एहिजो स्वाइप मशीन चाहे पेटीएम चलेगा नू। 

एकदम देश में सब लोग श्रीमान सत्यवादी हो जाएगा। राजा हरिश्चचंदर के जुग जमाना आ जाएगा। राशन के दोकान वाला लोग सब सामान रशीद काट के बेचेगा। अपना टैक्स एकदम इमानदारी से जमा करेगा। सब लोग जो कई कई ठो घर बनवा के किराया नकद नारायण में वसूलता है उ लोग किरायेदार से किराया बैंक खाता में जमा करवाएगा चाहे स्वाइप मशीन लेके किराया वसूलने आएगा। पक्का रसीद देगा। तमाम निजी यूनीवर्सिटी वाला जो एडमिशन मे डोनेशनन लेता है उ भी चेक लेगा पक्का रसीद देगा। एको पइसा का बेइमानी अब कहीं नहीं चलेगा। इ नोट क्रांति सब क्रांति पर भारी पडेगा। एकदम राम राज आ जाएगा देश में। तब तक लाइन में लगे रहिए।

 - विद्युत प्रकाश मौर्य



1 comment:

Unknown said...

umda lekh hai...