टीवी पर आप कई बार आधे-आधे घंटे का विज्ञापन प्रोग्राम देखते हो। यानी ऐसे विज्ञापन जो किसी
प्रोडक्ट केबारे में विस्तार से बताते हैं। वास्तव में ये सूचना विज्ञापन कमाई के
बहुत बड़े साधन हैं। 1984 में अमेरिका सरकार ने
निजी टीवी चैनलों को यह छूट प्रदान कर दी कि वे दो मिनट से ज्यादा बडे़ विज्ञापन
दिखा सकते हैं। इससे पहले कोई भी विज्ञापन दो मिनट से कम का ही होता था। पर इस
कानून के पास हो जाने के बाद टीवी चैनलों को आजादी मिल गई। वे टीवी धारावाहिक जैसे
ही विज्ञापन बनाने लगे। अब टीवी पर जब टेली शापिंग के एड चलने लगते हैं तो कई बार
यह समझना मुश्किल हो जाता है कि यह धारावाहिक चल रहा है या विज्ञापन। इन
विज्ञापनों में कई बार जाने माने फिल्म स्टार आते हैं जो इन प्रोडक्ट के बारे में
अपने निजी अनुभव बताते हैं। कई बारे खेल जगत के सितारे होते हैं।
इन दिनों टीवी पर सूचना
विज्ञापनों की बाढ़ आ गई है। इसके साथ ही शुरू हुआ टेली शापिंग का दौर। यानी
टेलीविजन पर चलने वाली दुकानें। नब्बे के दशक में दुनिया के लगभग हर देश में टीवी
पर सूचना विज्ञापनों की बाढ़ सी आ गई। ये सूचना विज्ञापन महज विज्ञापन नहीं होते।
ये आपको किसी नए प्रोडक्ट के बारे में विस्तार से सूचना देते हैं। ठीक ऊसी तरह
जैसे अखबार के बिजनेस पन्ने पर आप देखते हैं। हालांकि ये सूचना विज्ञापन टीवी
चैनलों की कमाई के बहुत बड़े जरिया के रुप में ऊभरे है। नए उत्पादों के संपूर्ण
परिचय के बाद ये बताते हैं कि इन उत्पादों को आनलाइन कहां से खरीदा जा सकता है। बस
एक फोन घुमाएं और सामान घर पर ही मंगवाएं।
थोड़ा सावधान रहें - अक्सर टीवी पर टेली शापिंग में वैसे ही प्रोडक्ट होते हैं जो हर किसी को
अपनी जरूरत प्रतीत होते हैं। जैसे कद बढ़ाने वाले, रंग
गोरा करने वाले, मोटापा घटाने वाले। अगर आप टीवी पर
देखकर किसी सामान का आर्डर करते हैं तो थोड़ा सावधान रहें। हो सकता है ये प्रोडक्ट
बाजार में आपको इससे भी सस्ते दामों पर ही उपलब्ध हो। अगर इन प्रोडक्ट विज्ञापन
आपका कोई पसंदीदा स्टार या रोल माडल कर रहा हो तो भी धोखे में न आएं।
भारत में लगभग सभी म्यूजिक
चैनलों, मनोरंजन चैनलों और कुछ समाचार चैनलों पर इस तरह के सूचना विज्ञापन आते
हैं। कई चैलनो पर तो देर रात इस तरह के विज्ञापनों की भरमार देखने को मिलती है। आप
कोई भी चैनल बदलें उसपर कोई इस तरह का विज्ञापन आता हुआ दिखाई देता है। टेलीशापिंग
पर कोई भी आर्डर करने से पहले यह भी अच्छी तरह परख लेना चाहिए कि क्या वास्तव में
आपको इस तरह के किसी प्रोडक्ट की जरूरत है। कई बार ऐसे विज्ञापन आपको भ्रमित कर
देते हैं। आप उनके शब्दजाल में फंस जाते हैं और फटाफट फोन घुमा कर आर्डर कर देते
हैं।
-विद्युत प्रकाश, vidyutp@gmail.com
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