रिकार्ड कीजिए और तुरंत अपने
कंप्यूटर या टीवी पर देखिए। यह संभव हो सकता है डीवीडी कैमकार्डर की बदौलत। पिछले
कुछ सालों में लोगों में अपने जीवन से जुड़े यादगार लम्हों के वीडियो बनाने का
प्रचलन बढ़ा है। ऐसा इसिलिए भी हो सका है कि वीडियो रिकार्डिंग अब आसान हो गई है।
साथ ही मूवी कैमरों की कीमतों में गिरावट आई है वहीं उसकी गुणवत्ता में भी इजाफा
हुआ है। कुछ साल पहले जहां सिर्फ शादी व बड़े समारोहों की वीडियो रिकार्डिंग होती
थी वहीं अब हर प्रमुख कार्यक्रम की वीडियो बनाना आसान हो गया है। चाहे अपने बच्चे
का बर्थ डे मना रहे हों या कहीं भी घूमने जा रहे हों सबकुछ का वीडियो बना सकते
हैं। अब स्तरीय कंपनियों के वीडियो कैमरों की कीमतें 11 हजार रुपए से आरंभ हो जाती हैं।
वीएचएस से डीवीडी तक -
कुछ साल पहले जो वीडियो कैमरे
प्रचलन में थे उनमें वीएचएस (वीडियो
होम सर्विस) वाले 180 मिनट
के कैसेट डालकर रिकार्डिंग की जाती थी। ये कैमरे आकार में भी बड़े होते थे वहीं
इनकी कीमत भी 35 हजार से 70 हजार तक थी। उसके बाद भी इन कैमरों की वीडियो रिकार्डिंग इतनी स्तरीय नहीं
होती थी कि उन्हें सालों तक संभाल कर रखा जा सके। उसके बाद छोटे हाई8 कैसेट वाले कैमरों का दौर आया। भारत में आजकल ज्यादातर लोग ऐसे ही कैमरों
का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें आडियो कैसेट के साइज के फीते वाले एनलाग कैसेट का
इस्तेमाल होता है। अगर आप अपने वीडियो फुटेज को सीडी में संभाल कर रखना चाहते हैं
इस कैसेट को लैब में ले जाकर सीडी में परिवर्तित कराना पड़ता है। एक सीडी में 80 मिनट तक का वीडियो रिकार्ड करके रखा जा सकता है। वहीं बेहतर क्वालिटी के
लिए इन्हें डीवीडी पर रिकार्ड करवाया जा सकता है। एक डीवीडी में दो घंटे से लेकर 18 घंटे तक की रिकार्डिंग की जा सकती है।
यानी इसको संभालकर रखना व कहीं लेकर जाना बहुत आसान हो गया है।
यानी इसको संभालकर रखना व कहीं लेकर जाना बहुत आसान हो गया है।
पर अब कैमरा बनाने वाले
कंपनियां लोगों की मुश्किलों को और आसान करने में लगी हैं। उन्होंने अब डीवीडी
कैमकार्डर पेश कर दिया है। सोनी और नेशनल पानासोनिक जैसी कंपिनयां ऐसा कैमकार्डर
लेकर आ गई हैं। इनमें आप सीधे एक डीवीडी लगा सकते हैं जो कुछ भी आप शूट करेंगे वह
सीधे ही डीवीडी पर रिकार्ड होता रहेगा। इस तरह के कैमकार्डर में आमतौर पर साढ़े
चार घंटेतक की रिकार्डिंग की जा सकती है। एक अगर भर गया तो तुरंत दूसरी डिस्क लगा
दीजिए पर अपनी रिकार्डिंग को निर्बाध तरीके से जारी रख सकते हैं।
आसान हुई राह -
डीवीडी कैमकार्डर ने वीडियो
बनाने की पेचीदगियों को कम कर दिया है वहीं कई मिक्सिंग व ट्रांसफर के चरणों को आसान
कर दिया है। आप खुद रिकार्ड करने के बाद अपने कंप्यूटर पर उसका संपादन भी कर सकते
हैं। आने वाले कुछ साल में बाजार से सीडी की खपत कम होगी और स्टोरेज क्षमता की
अधिकता के कारण डीवीडी की लोकप्रिय होंगे। अगर आप वीडियो शूट करने के लिए किसी
मूवी कैमरा को खरीदने की योजना बना रहे हैं तो आप सीधे डीवीडी कैमकार्डर खरीदने के
विकल्प पर विचार करें। यह अभी सीसीडी कैमकार्डर की तुलना में थोड़ा मंहगा जरूर है
पर इसमें उपलब्ध सुविधाओं आपकी कई मुश्किलों को आसान भी कर देंगी।
---- vidyutp@gmail.com
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