Thursday 14 May 2020

लॉकडाउन डायरी - कोरोना के साथ जीना सीखना होगा

सरकार भी समझ गई है कि बहुत दिनों तो लॉकडाउन नहीं रखा जा सकता। इसका असर देश में उत्पादन पर पड़ रहा है। साथ ही बड़े पैमाने पर बेरोजगारी बढ़ रही है। इसलिए अब लॉकडाउन में धीरे धीरे ढील देने पर विचार हो रहा है। तो क्या इसका मतलब कि हमें कोरोना वायरस के साथ ही जीना सीखना पड़ेगा।   
14 मई गुरुवार, 51वां दिन - सरकार सभी मेल एक्सप्रेस रेलगाड़ियां भी चलाने पर विचार कर रही है। बहुत संभावना है कि 18 मई से लॉकडाउन के चौथे चरण में कई तरह की रियायतों दी जाएं। तो आज कोरोना से 134 लोगों की मौत के साथ कुल आंकड़ा 2494 पहुंच गया। देश भर में 78 हजार से ज्यादा संक्रमित। इस बीच आज मौसम ने अंगड़ाई ली। दिल्ली में जमकर आंधी चली। 72 किलोमीटर की गति से उसके बाद बारिश हुई। शाम को मेरी बालकोनी में एक कबूतर फड़फड़ाता हुआ आया और गिर गया। थोड़ी देर में उसके प्राण पखेरू उड़ गया। मुझे यह देखकर बड़ा दुख हुआ। आंधी ने और भी सितम ढाया। शाम को पांच बजे इंटरनेट डाउन हो गया। केबल का भी और वाईफाई का भी। रात 10 बजे जाकर डाटा मिल सका। इस दौरान दफ्तर का काम ठप्प हो गया। मतलब हम डाटा के आगे मजबूर हैं। अब तो मानो डाटा ही जिंदगी की धड़कन है।

भले ही आंशिक तौर पर रेलगाड़ियां चलने लगी हों पर इस बीच बड़ी हृदय विदारक खबरें और तस्वीरें आ रही हैं। 
पहली तस्वीर- एक मां स्ट्राली बैग को खिंचते हुए गांव चली जा रही है। उसका नन्हा बच्चा साथ चल रहा है। जब बच्चा थक जाता है तो मां उसे बैग पर सुला लेती है। पर वह स्ट्राली बैग खींचना और अपनी यात्रा जारी रखती है। इस तस्वीर का वीडियो दिन भर सोशल मीडिया पर खूब वायरल होता रहा। पर इससे क्या... उस मां का संघर्ष कम तो नहीं हो गया न। और फिर ये किसी एक मां की कहानी नहीं है। 

दूसरी तस्वीर - एक बच्चा ठेला चला रहा है। बच्चे की उम्र महज 13 साल है। उसने ठेले पर अपने पिता को बिठा रखा है। पिता पुत्र चल पड़े हैं बनारस से दूर अपने उत्तर बिहार के घर की ओर। लोग इस बच्चे को आधुनिक श्रवण कुमार कह रहे हैं। पर यह तो उससे भी कुछ ज्यादा है। ये तो इस नन्हें नागरिक की मजबूरी है। 

सरकार भरोसा दे रही है। रुकने को कह रही है। पर मजदूरों के पलायन का सिलसिला जारी है। दिल्ली यूपी बार्डर पर अब भी दिन रात पलायन करने वालों की भीड़ लगी है। ये लोग कई दिनों से भूखे प्यासे हैं। कुछ संस्थाएं उन्हें जाकर कुछ खाने पीने की सामग्री देने की कोशिश कर रही हैं। पर यही है आजाद भारत की सच्ची तस्वीर जहां कामगारों की कोई पूछ नहीं है। 

तीसरी तस्वीर - एक व्यक्ति यूपी बार्डर पर बैठा अपने छोटे से फोन से बातें करता हुआ रो रहा है। बेगुसराय में उसका इकलौता बेटा मर गया है। पर वह घर चाह कर भी नहीं जा पा रहा है। तीन दिन तक वह यूपी गेट पर बैठा रहा। अंत में हमारे अखबार हिन्दुस्तान के संवाददादाताओं के प्रयास से उस व्यक्ति के गांव जाने का इंतजाम किया जा सका। 

15 मई शुक्रवार - 52वां दिन -  पिछले 19 मार्च से लगातार अपने फ्लैट में अकेला हूं औ खुद खाना बना रहा हूं तो इस दौरान कई बार अपम स्टैंड में लिट्टी भी बनाता हूं। आजकल हर दूसरे दिन कच्चा आम, पुदीना और धनिया की चटनी भी बनाता हूं। और हां रोटियों के साथ भी नए नए प्रयोग जारी है। गेहूं का आटा 50 फीसदी उसके साथ मकई, ज्वार, चने का आटा उसमें काला नमक, आजवाईन और कसूरी मेथी डालकर आटा गूंथ कर रोटियां बना रहा हूं। कई बार बिना चकला और बेलन के थपकी देकर रोटी पकाने का अभ्यास भी कर रहा हूं।


कोरोना से आज 100 लोगों की मौत हो गई। कुल आंकड़ा है 2649 पर वर्ल्ड मीटर में कुल संक्रमित लोगों की संख्या के मामले में हम अब चीन से आगे निकल चुके हैं। भारत 11वां सबसे बड़ासंक्रमित देश बन चुका है। चीन 12वें नंबर पर है। 
16 मई, शनिवार 53वां दिन- सरकार मजदूरों किसानों के लिए रियायतें गिना रही है। पर मजदूरों दर्द कम नहीं हो रहा है। वे देश के अलग अलग राज्यों में पलायन को मजबूर हैं। उधर 18 मई से कई तरह की रियायतों की तैयारी चल रही है।  
देश में आज कोरोना से 102 लोगों की जान गई। कुल मौत 2652 हो गई है। वहीं हमलोग कुल संक्रमण के आंकड़ो में 86 हजार को पार कर चुके हैं। यह कोरोना संक्रमण के पहले देश चीन के आंकड़ों से भी ज्यादा हो चुका है। आज यूपी के औरैया में सड़क हादसे में 26 मजदूरों की तो मध्य प्रदेश में एक और सड़क हादसे में आठ मजदूरों की मौत हो गई। 
17 मई, रविवार - 54वां दिन - सरकार भले ही श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियां चलाने की  बात कर रही हो पर पैदल चलकर अपने देस जाने वाले श्रमिकों का सिलसिला जारी है। आज देश में 120 लोगों की मौत हो गई। कुल संक्रमितों की संख्या 91 हजार पहुंच गई है। आज एक दिन में संक्रमितों की संख्या पांच हजार के करीब बढ़ी। बिहार में भी बड़ी संख्या में नए केस आए हैं। रोहतास जिले में अचानक दर्जन से ज्यादा लोग संक्रमित मिले हैं। 
इस बीच सरकार ने लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाने का फैसला कर लिया है। हां इसमें कहां कैसी ढील देनी है ये राज्य सरकारें तय करेंगी। पर कुछ राज्यों ने पहले से ही 31 मई तक बंद रखने का फैसला लिया है। 
  - विद्युत प्रकाश मौर्य - vidyutp@gmail.com 
 ( LOCKDOWN DAYS, CORONA, COVID 19 ) 

No comments: