Wednesday, 27 May 2020

लंगड़ा राजकुमार – एक सार्थक फिल्म


हाल में एक सार्थक फिल्म देखने को मिली। लंगड़ा राजकुमार। फिल्म बेहतरीन है, संवेदनाओं से भरी हुई। फिल्म कहानी को प्रिंस के गड्ढे में गिरने के कथानक के आसपास बुना गया है। फिल्म शिक्षा के महत्व को दर्शाती है। गरीबी और लाचारी के पहलू को उजागर करती है।  

हालांकि इस फिल्म में हिट होने का मसाला नहीं है, क्योंकि कहानी दुखांत है। अक्सर दुखांत कहानियां सफल नहीं होती। पर जिंदगी सच्चाई में तो दुखांत भी शामिल है। हर कहानी का सुखद अंत भी नहीं होता न। पर लंगड़ा राजकुमार फिल्म का संदेश काफी मजबूत है। 

मुझे इस  बात का गर्व है कि हमारे साथी रहे अजय आनंद ने इतनी बेहतरीन फिल्म बनाई है। फिल्म में एक सुंदर गीत भी है। मां बेटे के रिश्तों पर केंद्रित ये बड़ा भावुक गीत है। गीत के बोल हैं-  है मां की यही दुआएं ... मेरे लाल हमेशा खुश रहना...जिंदगी में कभी न दुख सहना... 

फिल्म की कहानी गांव के एक पात्र चिमटा और उसके बेटे राजकुमार के आसपास घूमती है। फिल्म का निर्माण मदारी आर्ट्स एवं पिस्का इंटरटेनमेंट ने किया है। फिल्म देखने के बाद अजय आनंद से संवाद हुआ तो उन्होंने कहा, मेरी रूचि सार्थक फिल्मों में है। मैं आगे भी ऐसा ही करता रहूंगा।

दरअसल अजय आनंद साल 1996 से 1998 तक हमारे साथ थे हमारी पहली नौकरी में। वे कला संस्कृति पक्ष पर रिपोर्टिंग करते थे। पर तब भी वे पहुंचे हुए कलाकार थे। मंडी हाउस में होने वाले कई नाटकों में नामी-गिरामी निर्देशकों के साथ अभिनय कर चुके थे। कलम के धनी के साथ वे अभिनय के भी धनी थे। एक दिन वे सब छोड़कर मुंबई चले गए। कई सालों बाद संपर्क हुआ तो पता चला कि वे अब निर्देशन में हाथ आजमा रहे हैं।

तो आप भी उनकी फिल्म लंगड़ा राजकुमार जरूर देखें। पसंद आएगी। आपको यह श्याम बेनेगल की परंपरा की फिल्म लगेगी। फिल्म यूट्यूब पर उपलब्ध है। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके फिल्म को देख सकते हैं। लॉकडाउन के दौरान 21 अप्रैल को फिल्म यूट्यूब पर रीलीज की गई है।    (https://www.youtube.com/watch?v=AdiUIhKnMcM )
-         विद्युत प्रकाश मौर्य - vidyutp@gmail.com
  ( LANGDA RAJKUMAR, MOVIE, AJAY ANAND ) 

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