अगर आपके
पास मोबाइल है तो मिस काल भी आते होंगे। कई बार आप काल बैक करते हैं तो कई बार
इग्नोर कर देते हैं। कालबैक करना या अटेंड करना इस बात पर निर्भर करता है कि काल
किस व्यक्ति का है। जो भी इस मिस काल की सुविधा ने मिस की जिंदगी में बहार ला दी
है। उनकी जेब का बोझ अब कम हो गया है। महानगर के प्रेमी अब अपनी मिस को मोबाइल फोन
गिफ्ट करते हैं तो भी वे अपने प्रेमी को फोन नहीं करतीं बल्कि मिस काल देती हैं।
यानी तुम काल बैक करो। वे अपना जेब खर्च बचाती हैं उधर प्रेमी के जेब पर डबल खर्चा
बढ़ता है। अब भला कोई भी प्रेमी अपनी प्रेयसी को नाराज थोड़े करना चाहेगा इसलिए हर
मिस काल का जवाब देना जरूरी है।
जब से फोन
पर और मोबाइल पर कालर आईडी की सुविधा आई है मिस काल आने लगी हैं। मिस काल ने
ज्यादा लोगों की मुसीबतें बढ़ाई हैं। कई बार दफ्तर से आपका बास ही बार बार मिस काल
करता है तब आपकी परेशानी बढ़ जाती है। किसी मुसीबत को काल बैक कैसे किया जाए। यहां
हम आपको कुछ सरल टिप्स दे रहे हैं कि कैसी मिस काल का क्या किया जाए।
जब बॉस का
मिस काल आएः कभी अटेंड न करें। बाद में
बहाना बना दें कि जब आपका मिस काल आया मैं अपने बच्चे को घुमाने पार्क में गया था।
मेरा फोन तो घर में ही छूट गया था। आप कह सकते हैं मोबाइल से मुझे मिस काल ढूंढना
नहीं आता। या आप कह सकते हैं कि मैं फोन छोड़कर अस्पताल या सिनेमाघर में गया था।
आप अपनी बुद्धि से सिचुएशन के अनुसार बहाना बना सकते हैं। बहरहाल बास को कभी मिस
काल करना भी नहीं चाहिए। उसे चाहिए कि वह पूरी बात ही करे।
कभी मिस न
करें मिस का मिस काल- अगर मिस काल कोई आपको मिस कर रही हो तो उसे कभी
मिस न करें। इससे मिस निराश हो सकती है। निराश होकर वह आपको छोड़कर किसी और को मिस
काल करना आरंभ कर सकती है। इसलिए मिस को खुश रखने के लिए उसके हर मिस काल का तुरंत
काल बैक करें। आप अपने टेलीफोन बिल की चिंता न करें। वह तो किसी न किसी तरीके से
भरा ही जाएगा। अगर पैसे न हों तो उधार लेकर बिल भरें। क्रेडिट कार्ड से भुगतान कर
दें अगर जरूरत पड़े तो दोस्तों से उधार ले लें। पर मिस को नाराज न करें, यह आपके हक में अच्छा होगा।
अपहचानी
कालों का जवाब न दें- आपके मोबाइल पर किसी ऐसे व्यक्ति का मिस काल आता हो जिसका नंबर आप
नहीं पहचानते हों तो उसका हरगिज जवाब न दें। हो सकता है वह कोई रांग नंबर हो। यह
भी हो सकता है कि कोई कमजर्फ आपसे कर्ज मांगने के लिए ही आपको बार बार मिस काल मार
रहा हो। यह भी हो सकता है कि जिसका आपने उधार ले रखा हो वह आपको बार बार किसी बिना
पहचाने जाने वाले नंबर से मिस काल मार रहा हो।
मिस काल अगर
एसटीडी नंबर का आता हो तो और भी सावधान रहें भला क्या जरूरत है कि आप किसी को लंबा
खर्च करके जवाब दें। पुराने जमाने में लोग बेरंग लेटर भेजा करते थे, जिसमें डाक टिकट नहीं लगया जाता था इसमें
चिट्ठी के पहुंचने की गारंटी तो रहती थी पर पाने वाले से डाक विभाग दुगना खर्च
वसूलता है। आजकल के मिस काल ठीक उसी बेरंग लेटर की तरह ही हैं जिसमें अटेंड करने
वाले को अपनी जेब से बिल भरना पड़ता है। आप भला को जहमत मोल लेना चाहते हैं। ऐश
किजिए ना....।
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