Tuesday 4 September 2018

नौजवान जाग आज ( युवा गीत )

नौजवान जाग आज तेरा इम्तिहान है
माया ममता छोड़ दे तू, त्याग ही महान है।
स्वतंत्रता मिली है पूरी हुई तेरी कामना
हिम्मत से काम ले तू कर मुसीबतों का सामना
प्राण पर भी खेल जा , जो तेरी प्यारी तुझको आन है।। नौजवान...

आगे कदम बढाए जा तू राष्ट्र का निशान ले
तोप भी हो सामने तो अपना सीना तान ले
कह रहा जहां तुझे आजाद है आजाद है।। नौजवान...

एक सा कम तू अपना जो बढ़ाए जाएगा
है यकीन मंजिल पर जल्दी पहुंच जाएगा
रुकना तेरा काम नहीं चलना तेरी शान है।। नौजवान ...

यह जगत असार है, माया का बाजार है।
यह मनुष्य देह नहीं मिलना बार बार है
वीरों का रहता सदा दुनियामें अमर नाम है।। नौजवान...

गलत कदम मत उठाओ

गलत कदम मत उठाओ
सोच कर चलो, विचार कर चलो
राह की मुसीबतों से प्यार कर चलो
तुम पे जिम्मेदारियां मुल्क की पड़ी
चिराग ले चलो, आग ले चलो
मस्तियों में रंग की फाग ले चलो
रहो होशियार हमेशा न तुम डरो।
दरिया आसमान पहाड़ को सर करो
जहान की तरक्कियों की वास्ते मरो
आवाज करेगा साज करेगा
तुम्हारी वीरता पे जहां नाज करेगा।।
दूर किनारे रहे, न मिले या शिखर
मंजिल के मुसाफिर तुम्हें क्या राह की फिकर
चट्टान तू,तूफान के झोंको की क्या फिकर
अंधेरा जा रहा दिन है कि आ रहा।
वो कौन मंजिलों पे मंजिल उठा रहा।।
जिंदगी बेकार है मरना इल्जाम है,
काम में लगे रहो, यही आराम है।
नहीं तो पानी भी पीना यहां हराम है,
बूझो न बात में, हो ध्येय साथ में
गिरे को उठाने की हो,ताकत भी हाथ में।।
काल की करताल से इंसान कब डरा
तू प्रलय के बादलों को छेड़ तो जरा
लाख मौत हो मगर मनुष्य कब मरा
ज्योति जो जला, पंथ जो चला
प्रेम का पाला भला वो सूर्य कब ढला।



-    डा. लल्लन। 

हम जवान आजाद वतन के

हम जवान आजाद वतन के
आंधी से टकराएंगे।
बंजर धरती के आंगन में
कोमल फूल खिलाएंगे।।
श्रम को ही सब कुछ जानेंगे
मानव को मानव मानेंगे
मानव सेवा का व्रत लेकर
वही करेंगे जो ठानेंगे
हर अंधियारे कोने में हम
जगमग दीप जलाएंगे।।
सच की जय जयकार करेंगे
हम प्राणी से प्यार करेंगे।
कैसा भी संकट आ जाए
उससे हरगिज न डरेंगे।
डटे रहेंगे तूफानों से
राहें नई बनाएंगे।। हम जवान...
एटम बम बनाने वालों
धरती को सुलगाने वालों
सुन लो आग लगाने वलों
सफल नही तुम हो पाओगे।।
शांति ज्योति हाथों में लेकर,
राहें नई बनाएंगे। हम जवान... 

No comments: