Sunday, 24 April 2011

गरम है भोजपुरी का बाजार


भारत में कई रीजनल लैंगवेज के चैनलों के बाद अब बारी भोजपुरी की है। कुछ महीनों में कई भोजपुरी चैनल बाजार में आने की तैयारी में हैं। एक ओर जहां भोजपुरी संविधान की आठवीं अनुसूची में अपना नाम दर्ज कराने को तैयार है वहीं अब भोजपुरी के बाजार में कई टीवी चैनलों की नजर पड़ गई है। साल 2003 में भोजपुरी फिल्म ससुरा बड़ा पैसा वाला के सुपर हिट होने के बाद मुंबई में एक बार फिर भोजपुरी फिल्मों की बहार आ गई। अब हर साल सैकड़ो भोजपुरी फिल्में बन रही हैं और वे अच्छा कारोबार कर रही हैं। भोजपुरी फिल्में न सिर्फ बिहार यूपी के भोजपुरी इलाकों में बल्कि दिल्लीमुंबईभोपालरायपुरलुधियानारांचीकोलकाता में भी अच्छा बिजनेस कर रही हैं।
ऐसे में भोजपुरी में आने वाले टीवी चैनलों को भी उम्मीद है कि जहां जहां भी भोजपुरिया भाईयों ने कदम रखे हैं वहां वहां तक भोजपुरी चैनल देखे जाएंगे। कई सालों से भोजपुरी को हिंदी की एक बोली मान लेने के कारण उसे उसका अपेक्षित सम्मान नहीं मिला। बारत देश की आठवीं अनुसूची में कई ऐसी भाषाएं शामिल हैं जिनके बोलने समझने वाले भोजपुरी से कम हैं। 

आंकड़ों की बात करें तो देश में 13 करोड़ लोग भोजपुरी बोलने वाले हैं जबकि भारत से बाहर यह संख्या एक करोड़ है। वहीं भोजपुरी फिल्में और गाने वे लोग भी देखते हैं जो हिंदी की अन्य बोलियां बोलते हैं। इस तरह भोजपुरी का एक बड़ा बाजार है। भारत से बाहर मारीशससूरीनामट्रिनिडाड टूबैगोफिजी नीदरलैंड जैसे देश में भी लोग भोजपुरी बोलते हैं। इसके अलावे दुनिया के जिन देशों में भी एनआरआई कम्यूनिटी है उनमें भोजपुरी भाईयों का एक बड़ा हिस्सा है। तो ये आने वाले भोजपुरी चैनल उन सभी देशों तक पहुंच जाएंगे जहां तक हमारे भोजपुरी भाई हैं।

भोजपुरी में चैनल लाने की पहली घोषणा पूर्वा टीवी के रूप में हुई पर उसे अमली जामा नहीं पहनाया जा सका। अधिकारी बंधुओं ने भी भोजपुरी चैनल लाने की घोषणा की थी। पर इस साल अधिकृत रूप से महुआ टीवी और हमार टीवी का काम शुरू हो चुका है। दोनों इन्फोटेनमेंट चैलन के रूप में आ रहे हैं। 

महुआ टीवी के प्रोमोटर पीके तिवारी हैं। उनका टीवी मीडिया में तीन दशक का लंबा अनुभव है। उनकी कंपनी प्रज्ञा टीवी नामक धार्मिक चैनल पहले से चला रही है। इसके अलावा यह कंपनी इंडिया टीवी समेत कई चैनलों को विभिन्न तरह के साल्यूसन प्रोवाइड करती है। कंपनी के पास कई सौ भोजपुरी फिल्मों के अधिकार हैं। वहीं एनई टीवी के प्रोमोटर पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह हमार टीवी लेकर आ रहे हैं।

एक और समूह गंगा टीवी के नाम से भोजपुरी चैनल लाने की योजना बना रहा है। इनकी सफलता देखते हुए इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि भविष्य में जीटीवी और स्टार समूह भी भोजपुरी भाषा में चैनल लाने की बात करने लगे हैं। अब सबकी नजर भोजपुरी के बढ़ते बाजार पर है जिसमें अब पेइंग क्लास तेजी से उभर रहा है। चूंकि भोजपुरी के लोक संगीतसाहित्य बहुत समृद्ध है इसलिए भोजपुरी के बाजार में अऩंत संभावनाएं हैं। यह अब इस पर निर्भर करता है कि कौन सा समूह इसका कितना दोहन कर पाता है।
 -विद्युत प्रकाश मौर्य vidyutp@gmail.com


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