Sunday 19 May 2019

मीरा कुमार -देश की पहली महिला लोकसभा अध्यक्ष बनीं


( महिला सांसद - 66 ) देश की पहली महिला लोकसभा अध्यक्ष बनने का रिकॉर्ड मीरा कुमार के नाम है। उनके नाम तीन अलग अलग राज्यों से चुनाव जीतकर संसद में पहुंचने का भी रिकॉर्ड है। पहली बार यूपी के बिजनौर से लोकसभा में पहुंची थीं। फिर दो बार दिल्ली के करोलबाग और बिहार के सासाराम से दो बार वे लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
जगजीवन राम की बेटी
मीरा कुमार का जन्म 31 मार्च 1945 को आरा में हुआ। वे कांग्रेस के नेता कई विभागों में केंद्र में मंत्री रहे बाबू जगजीवन राम पुत्री हैं। उनकी शिक्षा दिल्ली के महारानी गायत्री देवी स्कूल जयपुर के बाद दिल्ली के इन्द्रप्रस्थ कॉलेज और मिरांडा हाउस में हुई। उन्होंने एमए और एलएलबी किया है। वे वर्ष 1973 में वह भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के लिए चुनी गईं। कुछ वर्षो तक स्पेनब्रिटेन और मॉरीशस में उच्चायुक्त रहीं। उनका 1968 में बिहार की पहली महिला कैबिनेट मंत्री सुमित्रा देवी के बेटे मंजुल कुमार (सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता) से विवाह हुआ। उनकी पुत्री देवांगना कुमार जानी मानी पेंटर हैं।
बिजनौर से पहली बार सांसद
मीरा कुमार 1985 में पहली बार बिजनौर से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लोकसभा का उपचुनाव जीत कर संसद में पहुंची। वे 1996 में वे दिल्ली के करोलबाग से जीतकर दूसरी बार लोकसभा में पहुंची। उन्होंने दिल्ली के करोलबाग से 1998 में भी चुनाव जीता। वे 2004 में चौथी बार बिहार के सासाराम से लोकसभा का चुनाव जीतीं। वे 1990 में कांग्रेस पार्टी की कार्यकारिणी समिति की सदस्य और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की महासचिव चुनी गई।
केंद्र सरकार में मंत्री
मीरा कुमार को 2004 में यूपीए सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री बनाया गया। वे 2009 में पांचवीं बार सासाराम से संसद के लिए चुनी गईं। इस बार उन्हें लोकसभा का स्पीकर बनाया गया। मीरा कुमार देश की पहली महिला लोकसभा स्पीकर हैं। जीएमएसी बालयोगी के बाद वे दूसरी दलित नेता हैं जो इस पद तक पहुंचीं। पांच साल तक उन्होंने संसद का कुशलतापूर्वक संचालन किया।
कई भाषाओं की जानकार
मीरा कुमार अंग्रेजीस्‍‍पेनिशहिंदीसंस्कृतभोजपुरी भाषाओं की जानकार हैं। खाली समय में उन्हें कविताएं लिखना पसंद है। शास्त्रीय संगीत सुनने और जनजातीय शिल्प कलाओं के संग्रह में उनकी रूचि है। वे कुशल खिलाड़ी भी रही हैं। घुड़सवारी और निशानेबाजी की प्रतिस्पर्धाओं में उन्होंने कई पदक भी जीते हैं।
सफरनामा
1945 में 31 मार्च को उनका जन्म हुआ।
1985 में पहली बार बिजनौर से लोकसभा उपचुनाव जीता।
1996 व 1998 में करोलबाग से लोकसभा चुनाव जीता।
2004 व 2009 में सासाराम से लोकसभा का चुनाव जीता।
2009 में 3 जून को निर्विरोध स्पीकर चुनीं गईं।
2017 में उन्होंने राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा।



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