( महिला सांसद -73 ) मोदी सरकार में विदेश
मंत्री के तौर पर अति सक्रियता दिखाने के लिए सुषमा स्वराज की खूब प्रशंसा हुई। 24 घंटे ट्विटर पर सक्रिय सुषमा स्वराज ने विदेश में फंसे भारतीय लोगों की कई
बार तुरंत कार्रवाई करते हुए मदद पहुंचाने की कोशिश की। सुषमा ने 1996 व 1998 में दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र से
लोकसभा का चुनाव जीता। उन्होने 2009 और 2014 में विदिशा से लोकसभा का चुनाव जीता। वे तीन बार राज्यसभा की भी सदस्य
रहीं।
वकालत की पढ़ाई
अम्बाला छावनी में 1952 में जन्मी सुषमा स्वराज स्कूल में प्रतिभाशाली छात्रा थीं। उनके पिता
हरदेव शर्मा और माता श्रीमती लक्ष्मी देवी थीं। उन्होंने एसडी कालेज अम्बाला
छावनी से बीए की पढ़ाई की। बाद में पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की
डिग्री ली। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने चंडीगढ़ में वकालत शुरू किया।1975 में उनका विवाह स्वराज कौशल के साथ हुआ। उनके पति अधिवक्ता रहे और वे
मिजोरम के राज्यपाल रह चुके हैं।
जेपी आंदोलन में
सुषमा स्वराज सत्तर के
दशक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गई थीं। उन्होंने इमरजेंसी के दौरान
जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। आपातकाल का पुरजोर विरोध
करने के बाद वे सक्रिय राजनीति में आ गईं।
25 साल
की उम्र में कैबिनेट मंत्री
सुषमा 1977 में उन्होंने अम्बाला छावनी विधानसभा क्षेत्र से हरियाणा विधानसभा के लिए
विधायक का चुनाव जीता और चौधरी देवीलाल की सरकार में से 1977 से 1979 के बीच राज्य की श्रम मंत्री रह
कर25 साल की उम्र में कैबिनेट मन्त्री बनने का रिकार्ड
बनाया था। वे1979 में 27 वर्ष की उम्र में हरियाणा राज्य में जनता पार्टी की राज्य अध्यक्ष बनीं।
पहली महिला विदेश मंत्री
सुषमा 1996 और 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार
में सूचना प्रसारण मंत्री बनाई गई थीं। इस दौरान उनका
सबसे बड़ा काम फिल्म उद्योग को उद्योग का दर्जा दिलवाना रहा, जिससे भारतीय फिल्म उद्योग को भी बैंक से कर्ज मिल सकता था। वर्ष 2014 में उनकी काबिलियत को स्वीकारते हुए मोदी सरकार में विदेश मंत्री बनाया
गया। उन्हें भारत की पहली महिला विदेश मंत्री होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। वे
दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री भी रहीं। देश में किसी राजनीतिक दल की पहली
महिला प्रवक्ता बनने की उपलब्धि भी उन्हीं के नाम दर्ज है। वे 2009 में भारत की भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गई
थीं।
सुषमा स्वराज को भारतीय
संस्कृति से खासा लगाव है। वे करवा चौथ समेत सभी हिंदू पर्व त्योहार बडी श्रद्धा
से मनाती हैं। साड़ियां पहनने का उन्हें खास शौक है। हर बुधवार को वे हरे रंग की
साड़ी में नजर आती हैं। उनकी एक बेटी हैं बांसुरी जो लंदन में वकालत करती हैं।
सफरनामा
1952 में 14 फरवरी को अंबाला में जन्म हुआ।
1975 में स्वराज कौशल से विवाह हुआ।
1977 में पहली बार अंबाला से विधायक चुनीं गईं।
1987 से 1990 तक वह अम्बाला छावनी से विधायक
रही।
1990 के बाद 2000 और 2006 में राज्यसभा की सदस्य निर्वाचित की गईं।
1996 व 1998 में दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र
से लोकसभा का चुनाव जीता।
1998 में अक्तूबर में थोड़े समय के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं।
2009 और 2014 में विदिशा से लोकसभा का चुनाव
जीता।
2019 में 06अगस्त को दिल्ली में निधन.
2019 में 06अगस्त को दिल्ली में निधन.
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