( महिला सांसद - 70 ) सुखबंस कौर भिंडर पंजाब की लोकप्रिय
महिला सांसदों में शुमार है। भिंडर ने 1980 में पहली बार कांग्रेस की तरफ से
गुरदासपुर लोकसभा सीट से जीत हासिल की। इसके बाद वे लगातार पांच बार इस सीट से जीत
दर्ज कराती रहीं। इसके बाद वे एक बार राज्यसभा के लिए भी चुनीं गईं। अपने समय तक
उनके पास लगातार पांच बार जीत दर्ज करने का रिकार्ड था।
गुरदासपुर के लिए काफी काम
किया
सुखवंश कौर के पति
आईपीएस अधिकारी थे। वे संजय गांधी के मित्रों में शामिल थे। गांधी परिवार से इन्ही
निकट रिश्तों की वजह से राजनीति में शामिल हुईं। वे कुल छह बार संसद की सदस्य
बनीं। पंजाब के अति पिछड़े क्षेत्र गुरदासपुर के विकास में उनकी बड़ी भूमिका रही।
अपने लंबे संसदीय कार्यकाल में गुरदासपुर के लिए उन्होंने काफी काम किया। उनके
कार्यो को लोग क्षेत्र में आज भी याद करते हैं। उनके प्रयासों से पंजाब में बेअंत
सिंह कालेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की स्थापना हुई। उन्होंने पठानकोट
औद्योगिक केंद्रों की स्थापना करवाई। क्षेत्र में मिल्क प्लांट, चीनी
मिल की स्थापना में भी उनकी प्रमुख भूमिका रही।
केंद्र सरकार में मंत्री
सुखबंश कौर ने पंजाब के
सीमांत क्षेत्र गुरदासपुर के इसी नाम के लोकसभा क्षेत्र से 1980 के बाद 1985, 1989,
1992, 1996 तक लगातार अपनी जीत का परचम फहराया।
सुखबंस कौर भिंडर 1993में नरसिम्हा राव की सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री भी रहीं। वे पंजाब
कांग्रेस की सम्मानित और कद्दावर नेता थीं। साल 2005 में उन्हें कांग्रेस ने उच्च
सदन राज्य सभा के लिए मनोनीत किया गया।
विनोद खन्ना से चुनाव हारीं
सुखवंश कौर भिंडर 1998
के लोकसभा चुनाव में भाजपा फिल्म स्टार उम्मीदवार विनोद खन्ना से चुनाव हार गईं।
हालांकि वे इस सीट से 2004 तक चुनाव लड़ती रहीं, पर उन्हें दुबारा जीत नहीं मिल
सकी।
लायलपुर पाकिस्तान में जन्म
भिंडर का 1943 में 14
सितंबर को लायलपुर (पाकिस्तान ) में जन्म हुआ। उनके पिता का नाम अर्जुन सिंह था।
वे एक समृद्ध किसान परिवार से आती थीं। उनकी शिक्षा मसूरी के स्कूली शिक्षा हुई।
उनकी उच्च शिक्षा पंजाब यूनीवर्सिटी चंडीगढ़ में हुई। यहां से उन्होंने स्नातक की
डिग्री ली।
आईपीएस प्रीतम सिंह से
विवाह
उनका 1961 में 12
अक्तूबर को आईपीएस प्रीतम सिंह भिंडर के संग विवाह हुआ। उनकी दो बेटियां हैं। उनके
पति प्रीतम सिंह पुलिस में कई प्रमुख पदों पर रहे, अंत में वे सीआईएसएफ के डीजी के
पद से रिटायर हुए। साल 2006 में 63 साल की उम्र में सुखवंश कौर का दिल्ली के गंगा
राम अस्पताल में उनका निधन हो गया।
सफरनामा
1943 में 14 सितंबर को
लायलपुर (पाकिस्तान ) में जन्म हुआ।
1961 में 12 अक्तूबर को
आईपीएस प्रीतम सिंह भिंडर के संग विवाह हुआ।
1980 में पहली बार गुरदासपुर से चुनाव जीता।
1993 में नरसिम्हा राव
सरकार में मंत्री बनाई गईं।
1998 में विनोद खन्ना
से चुनाव हार गईं।
2006 में 15 दिसंबर को
उनका निधन हो गया।
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1 comment:
आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन 123वीं जयंती - करतार सिंह सराभा और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।
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