( महिला सांसद - 34 )
गंगा देवी उत्तर प्रदेश
पहली लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद लगातार पांच बार चुनाव जीतकर संसद में पहुंचती
रहीं। उन्होंने पहला चुनाव 1952 में कांग्रेस के टिकट पर लखनऊ- बाराबंकी लोकसभा
क्षेत्र से जीता था। दूसरा चुनाव उन्होंने उन्नाव लोकसभा क्षेत्र से जीता। तीसरे, चौथे
और पांचवें लोकसभा का चुनाव उन्होंने लखनऊ के पास स्थित इस मोहनलालगंज लोकसभा
क्षेत्र से जीता।
बाल विवाह और जाति प्रथा खत्म करने के
लिए काम
गंगा देवी कांग्रेस
पार्टी की प्रखर दलित महिला नेताओं में शुमार थीं। सांसद के तौर पर गंगा देवी
कांग्रेस पार्टी की कार्यकारी समिति की सदस्य भी रहीं। अपनी संसदीय पारी में वे
खास तौर पर बच्चों की शिक्षा, दलित पिछड़ों के कल्याण के कार्यक्रमों से जुड़ी
रहीं। उन्होंने बाल विवाह रोकने और जाति प्रथा खत्म करने को लेकर लंबे समय तक काम
किया।
1977 का चुनाव हारीं
अपने पहले, दूसरे
और तीसरे चुनाव में उन्होंने भारतीय जन संघ के उम्मीदवार को भारी मतों से हराया
था। पर गंगा देवी 1977 में अपना छठा चुनाव जनता लहर में भारतीय लोकदल के रामलाल
कुरील से हार गईं। यह उनके जीवन का आखिरी चुनाव रहा।
ग्रामीण भारत के विकास
में रूचि
गंगा देवी की ग्रामीण
भारत में उद्योग धंधों के विकास में खास रूचि थी। अपने सांसद के कार्यकाल में वे
इसके लिए खास तौर पर आवाज उठाती रहीं। गंगा देवी पहली लोकसभा में सांसद के तौर पर
अनुसूचित जाति, जनजाति,
पिछड़ा वर्ग के कल्याण की समितियों में रहीं। वे टी एंड कॉफी बोर्ड
और सेंट्रल सोशल वेलफेयर बोर्ड में भी रहीं।
मजदूर संगठनों की नेता
सांसद बनने से पहले वे
मेरठ में 1950 -53 के बीच कर्मचारी यूनियन की नेता रहीं। वे राष्ट्रीय सेवा संगठन
में संगठक की भूमिका में रहीं। उन्होंने ऑल इंडिया डिप्रेस्ड क्लासेज लीग की
स्थापना की।वे पोस्ट एंड टेलीग्राफ
इंप्लाइज यूनियन की अध्यक्ष भी रहीं।
बीएचूय में उच्च शिक्षा
गंगा देवी का जन्म 1916
में देहरादून में हुआ था। उनकी स्कूली पढ़ाई देहरादून में ही हुई। उच्च शिक्षा
उन्होंने डीएवी कॉलेज देहरादून और काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी में ग्रहण की।
सन 1941 में उनका विवाह जयपाल सिंह के साथ हुआ। अपने जीवन के आखिरी दिनों में वे
लखनऊ में रहती थीं। उनकी बागवानी, पुस्तकें पढ़ने और सैर सपाटा में रूचि थी।
सफरनामा
1916 में 10 दिसंबर को
देहरादून में जन्म हुआ।
1941 में उनका विवाह
जयपाल सिंह के साथ हुआ।
1952, 1957,
1962, 1967, 1971 में
लोकसभा का चुनाव जीता।
1977 का लोकसभा चुनाव
हार गईं।
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