( महिला सांसद - 45 ) इंदिरा गांधी भारत की तीसरी और
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। देश की राजनीति में उनका कार्यकाल इंदिरा युग
के नाम से जाना जाता है। पाकिस्तान के साथ निर्णायक युद्ध में सफलता के बाद
बांग्लादेश का निर्माण, देसी रियासतों
का प्रिवी पर्स खत्म करना, बैंकों का राष्ट्रीयकरण जैसे कई
बड़े कार्य उनके नाम हैं। इंदिरा पहली बार 1967 में यूपी के
रायबरेली चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंची। इससे पहले वे 1966
में ही देश की प्रधानमंत्री की बागडोर संभाल चुकी थीं।
सत्ता में आने से पहले संगठन
में काम
सत्ता में आने से पहले इंदिरा गांधी
के पास कांग्रेस के संगठन में काम करने का पर्याप्त अनुभव था। 1955 में वे कांग्रेस कार्य समिति और केंद्रीय चुनाव समिति की सदस्य बनी।
इंदिरा वर्ष 1959 से 1960तक भारतीय
राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं। वे
लाल बहादुर शास्त्री के मंत्रिमंडल में 1964 से 1966 तक सूचना और प्रसारण मंत्री रहीं। शास्त्री जी के निधन के बाद जनवरी 1966 में भारत की प्रधानमंत्री बनीं।
शांति निकेतन और ऑक्सफोर्ड में
पढ़ाई
इंदिरा गांधी ने विश्व भारती,
शांति निकेतन, इकोले इंटरनेशनेल, जेनेवा और समरविले कॉलेज, ऑक्सफोर्ड जैसे संस्थानों
से शिक्षा प्राप्त की। उन्हें विश्व भर के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों द्वारा
डॉक्टरेट की उपाधि से भी सम्मानित किया गया था। उन्हें कोलंबिया विश्वविद्यालय
द्वारा विशेष योग्यता प्रमाण भी दिया गया।
स्वतंत्रता आंदोलन में
इंदिरा ने स्वतंत्रता आंदोलन
में कांग्रेस के सहयोग के लिए 1930 में
बच्चों के सहयोग से वानर सेना का निर्माण किया। सितंबर 1942
में उन्हें जेल में डाल दिया गया। 1947 में इन्होंने गांधी
जी के मार्गदर्शन में दिल्ली के दंगा प्रभावित क्षेत्रों में कार्य किया।
गरीबी हटाओ और इमरजेंसी का दौर
सन 1971 का लोकसभा से चुनाव से पहले इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया।
कांग्रेस ने इस साल सत्ता में वापसी की। इंदिरा गांधी ने रायबरेली से ही लोकसभा का
चुनाव दूसरी बार जीता। पर 1975 में देश में इमरजेंसी लगाए
जाने के बाद उनकी लोकप्रियता में कमी आई। 1977 के लोकसभा
चुनाव में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई। इंदिरा गांधी अपनी परंपरागंत सीट
रायबरेली से लोकसभा का चुनाव जनता पार्टी के राजनारायण से हार गईं।
चिकमंगलूर से वापसी
सत्ता से बाहर इंदिरा गांधी ने 1978 में कर्नाटक के चिकमंगलूर से लोकसभा उप चुनाव चुनाव लड़ा और जबरदस्त जीत
दर्ज की। तब वहां नारा दिया गया- एक शेरनी सौ लंगूर, चिकमंगलूर-चिकमंगलूर।
सन 1980 के चुनाव में इंदिरा गांधी के समर्थन में आधी रोटी
खाएंगे,इंदिरा को बुलाएंगे’ और इंदिरा लाओ देश बचाओ, सोने
का ये वक्त नहीं... जैसे नारे लगे। जनवरी 1980 में हुए
सातवीं लोकसभा चुनाव में इंदिरा गांधी ने रायबरेली (उत्तर प्रदेश) और मेडक (आंध्र
प्रदेश) से जीत दर्ज की। पर उन्होंने रायबरेली से इस्तीफा दे दिया।
भारतीय राजनीति की लौह महिला
सातवीं लोकसभा में कांग्रेस की
जीत के बाद इंदिरा गांधी 1980 में चौथी
बार प्रधानमंत्री बनीं। सन 1984 में 31
अक्तूबर को दिल्ली के सफदरजंग स्थित उनके आवास में उनके ही दो सुरक्षा गार्डों ने
गोली मार कर उनकी हत्या कर दी। वे 17 साल देश की
प्रधानमंत्री रहीं। देश उन्हे मजबूत इरादे वाली लौह महिला के तौर पर याद करता है।
सफरनामा
1917 में 19 नवंबर को आनंदभवन, प्रयागराज में जन्म हुआ।
1942 में 26 मार्च को फिरोज गांधी के संग विवाह हुआ।
1966 में 24 जनवरी को भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।
1967 में रायबरेली से पहली
बार लोकसभा का चुनाव जीता।
1971 में रायबरेली,
1978 में चिकमंगलूर, 1980 में मेडक से चुनाव
जीता।
1984 में 31 अक्तूबर को दिल्ली में उनकी हत्या हुई।
1 comment:
धन्यवाद भाई
Post a Comment